रणजी फाइनल में एक बार फिर चला इस गेंदबाज का जादू, हैट्रिक लेकर रचा इतिहास

दिल्ली और विदर्भ के बीच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच खेला जा रहा है। शुक्रवार तक दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 271 रन बनाए थे। विदर्भ ने टॉस जीतकर दिल्ली को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया था। दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 100 रनों के अंदर ही टीम के चार अहम खिलाड़ी आउट हो गए। दिल्ली की तरफ से कुणाल चंदेला बिना खाता खोले लौट गए थे। उनके जोड़ीदार गौतम गंभीर (15) को अक्षय वाघरे ने अपना शिकार बनाया। नितिश राणा और कप्तान ऋषभ पंत 21-21 रन बना सके। फिर हिम्मत और ध्रुव ने विदर्भ के गेंदबाजों के विकेट लेने के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिए। राइट आर्म मीडियम पेसर रजनीश गुरबानी ने हिम्मत को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद शनिवार यानी की आज जब दिल्ली की टीम बल्लेबीजी करने आई तो रजनीश गुरबानी के सामने बेबस नजर आईं। दिल्ली अपने स्कोर कार्ड में महज 24 रनों ही जोड़ पाई और पूरी टीम 295 पर ऑल आउट हो गई।

विदर्भ की तरफ से रजनीश गुरबानी ने एक बार फिर कमाल की गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। गुरबानी ने मैच के 101वें ओवर की पांचवीं और आखिरी गेंद पर विकेट लिए और उसके बाद 103वें ओवर की पहली गेंद पर विकेट लेकर हैट्रिक अपने नाम कर लिया। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह 76वीं हैट्रिक है, लेकिन फाइनल में ऐसा अभी तक महज दो बार हो पाया है।

विदर्भ की तरफ से गुरबानी ने 59 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किया। वहीं आदित्य ठाकरे ने दो विकेट लेने में कामयाब रहे। जबकि सिद्देश नेराई और वाघारे को एक-एक सफलता मिली।

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