रणजी मैच का अनोखा दृश्य: यूं 9 स्लिप लगाकर बोलिंग करते नजर आए मोहम्मद समी और डिंडा

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में व्यस्त रहने की वजह से खेलप्रेमी कई बार स्थानीय क्रिकेट में होने वाली मजेदार चीजों से वंचित रह जाते हैं। मंगलवार (17 अक्टूबर) को रणजी ट्रॉफी के ग्रुप डी के पश्चिम बंगाल और छ्त्तीसगढ़ के बीच हुए टेस्ट मैच के संग कुछ ऐसा ही हुआ। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेज गेंदबाजों का प्रिय हथियार रहा है बल्लेबाज को ऑफ स्टम्प से बाहर जाती हुई गेंद करके स्लिप या सेकेंड स्लिप पर कैच कराना। कभी वेस्टइंडीज तो कभी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इस हथियार का इस्तेमाल करके पूरी दुनिया में दहशत पैदा की। ऐसे गेंदबाज कई बार दो स से ज्यादा खिलाड़ियों को स्लिप पर तैनात कर देते थे। खेल का आधा मैदान खाली हो और टीम के आधे खिलाड़ी बल्लेबाज को घेरे स्लिप में खड़े हों तो अजीब नजारा हो जाता है। लेकिन मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने स्लिप में नौ फील्डर लगाकर सबको हैरान कर दिया।

हुआ यूँ कि पश्चिम बंगाल के 529 रनों का पीछा करने उतरी छत्तीसगढ़ की टीम 24 रन पर चार विकेट खो चुकी थी जिनमें उसके कप्तान मोहम्मद कैफ का भी विकेट शामिल था। पश्चिम बंगाल के कप्तान कप्तान मनोज तिवारी ने छत्तीसगढ़ को फॉलोऑन के लिए मजबूर करने के लिए स्लिप में नौ फील्डर लगा दिये। पश्चिम बंगाल के तेज गेंदबाज मोहम्मद समी और अशोक डिंडा जब स्लिप में नौ फील्डरों के संग गेंदबाजी करते नजर आये तो नजारा देखने लायक था। छत्तीसगढ़ की पूरी टीम 110 रनों पर सिमट गयी। फॉलोऑन के बाद भी टीम 259 रन ही बना सकी और एक पारी और 160 रनों से टेस्ट मैच हार गयी। पश्चिम बंगाल की फील्डिंग से खेलप्रेमियों को ऑस्ट्रेलिया गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा द्वारा अक्टूबर 1999 में जिम्बाबवे के खिलाफ स्लिप में नौ फील्डर लगाने का मंजर याद आ गया।

तिवारी ने स्पोर्टस्टार लाइव चैनल से कहा कि वो नहीं चाहते थे कि किसी भी बल्लेबाज के बैट से लगा एज बेकार जाए। छत्तीसगढ़ की पहली पारी में अशोक डिंडा ने सात और मोहम्मद समी ने दो विकेट लिए। फॉलोऑन के बाद छत्तीसगढ़  की दूसरी पारी में समी ने छह और डिंडा ने तीन विकेट लिए। मैच के नतीजे और गेंदबाजों के आंकड़े से आप समझ ही गये होंगे कि छत्तीसगढ़ का फील्डिंग सेटअप कितना कारगर रहा।

 

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