रांची जाकर राजद अध्यक्ष से मिले शत्रुघ्न सिन्हा, बोले- लालू यादव जन नेता, माटी के लाल

पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार दिवस पर आयोजित समारोह में नहीं बुलाए जाने पर अपनी पीड़ा सोशल मीडिया पर शेयर की है। साथ ही लिखा है कि उस दिन उन्होंने रांची में जाकर जन नायक और मिट्टी के लाल लालू यादव से मुलाकात की। शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा है, “बिहार दिवस पर बिहारी बाबू को एक बार फिर उनके गृह राज्य ने नहीं बुलाया। हम सभी जानते हैं कि इसके पीछे क्या वजह हो सकती है? बिहार दिवस पर मैं रांची में था ताकि माटी के लाल, जन नायक और लोकप्रिय नेता लालू जी को बधाई दे सकूं। मेरी शुभकामनाएं और ईश्वर से प्रार्थना है कि वो जल्द स्वस्थ हों और दीर्घायु हों। जय बिहार।” बता दें कि राजद अध्यक्ष लालू यादव इन दिनों चारा घोटाले में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं और तबीयत खराब होने पर रिम्स में भर्ती हैं।

यह पहला मौका नहीं है जब सरकारी कार्यक्रम में बीजेपी सांसद की उपेक्षा हुई हो। पिछले साल भी 14 अक्टूबर को पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में शत्रुघ्न सिन्हा को मंच पर जगह नहीं दिया गया था। उस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि थे। मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा राज्य के शिक्षा मंत्री और यूनिवर्सिटी के कुलपति और कुलसचिव को ही बैठने की इजाजत थी। इनके अलावा किसी अन्य को इजाजत नहीं दी गई थी, जबकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा भी इसी यूनिवर्सिटी के पूर्ववर्ती छात्र थे।

इधर, बदले सियासी समीकरण में शत्रुघ्न सिन्हा के लालू यादव से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी से मोहभंग होने के बाद क्या शत्रुघ्न सिन्हा राजद खेमे में जाएगे? बता दें कि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी एनडीए छोड़ राजद गठबंधन में शामिल हो चुके हैं। बिहार उपचुनावों में भी राजद की एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर जीत हुई है। पिछले कुछ महीनों से शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व और मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर बोलते रहे हैं। उन्होंने नीरव मोदी प्रकरण में भी मोदी सरकार की आलोचना की थी। पीएनबी बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के दावोस में विश्व आर्थिक मंच पर पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने पर उन्होंने सवाल खड़े किए थे। भाजपा सांसद ने कहा था कि जब पीएमओ उन्हें पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने से रोका सकता है तो फिर घोटाले के आरोपी को कैसे हरी झंडी दी गई?

 

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