राजद से राज्यसभा टिकट के दावेदारों को लगाना पड़ रहा ‘जेल’ का चक्कर
बिहार में राज्यसभा की छह सीटों के लिए होने वाले चुनाव की घोषणा हो चुकी है। राज्यसभा चुनाव को लेकर इन दिनों खासी सरगर्मी है। विधायकों की संख्या को देखते हुए राजद के दो नेता राज्यसभा में जाएंगे। ऐसे में पार्टी से टिकट के लिए नेताओं ने एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। खास बात है कि दावेदारों को उस जेल का भी चक्कर लगाना पड़ रहा है, जहां इन दिनों चारा घोटाले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव बंद हैं। वजह कि बगैर लालू यादव के आशीर्वाद के किसी का टिकट फाइनल होने वाला नहीं है।
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल( राजद) की संसदीय दल की बैठक में राज्यसभा, विधान परिषद चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के चयन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को अधिकृत कर दिया। इस प्रकार स्पष्ट हो गया कि बगैर लालू यादव की सहमति पर अंतिम रूप से टिकट का फैसला नहीं हो सकता। इस नाते टिकट के दावेदार अब जेल का चक्कर लगा रहे हैं। वे लालू यादव से मिलकर आशीर्वाद लेने की कोशिश कर रहे हैं। दावेदारों का मानना है कि जेल की मुलाकात से बात बन सकती है। उधर इन दिनों नेताओं की आवक से जेल प्रशासन भी परेशान है।
राजद से राज्यसभा के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इसमें शिवानंद तिवारी, रघुवंश प्रसाद सिंह, जगदानंद सिंह के साथ हाल में पार्टी से दोस्ती का हाथ बढ़ाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का नाम शुमार है। राज्यसभा के बाद बिहार विधान परिषद की खाली 11 सीटों के लिए भी चुनाव होगा। इन सीटों के भावी उम्मीदवार भी जेल जाकर लालू से मुलाकात की कोशिश में हैं।