राजनाथ सिंह के सामने भड़के बीजेपी सांसद और विधायक, बोले-दलित विधायक का क्यों नहीं हुआ सम्मान
बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में शनिवार को स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के सामने ही भाजपा के सांसद और विधायकों ने हंगामा खड़ा कर दिया, जब मंच पर पार्टी के विधायक को बुलाकर सम्मान नहीं कराया गया। इस हंगामे के चलते कार्यक्रम कुछ समय बाधित हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री के सामने पार्टी के जनप्रतिनिधियों के हंगामे की यह घटना चर्चा-ए-खास रही। मामले की नजाकत को भांपते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति ने विधायक और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल को बुलाकर गृहमंत्री के हाथों सम्मानित कराया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
स्थापना दिवस में विश्वविद्यालय से निकलकर अच्छे स्थानों पर काबिज शख्सियतों को सम्मानित किया जा रहा था। विश्वविद्यालय में पढ़ा चुके भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता का भी कुलपति ने गृहमंत्री के हाथों सम्मान कराया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर प्रोफेसर बने और फरीदपुर के विधायक डॉ. श्याम बिहारी लाल भी मौजूद थे। उन्हें मंच पर नहीं बुलाया गया। इस पर बरेली के आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप, भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल आदि ने एतराज जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने कुलपति पर आरोप लगाया कि डॉ. श्याम बिहारी लाल के साथ दलित होने के चलते भेदभाव हो रहा है। सांसद का कहना था कि डॉ। श्याम बिहारी लाल विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और हेड ऑफ डिपार्टमेंट के साथ प्रोफेसर और अब विधायक हैं, इस नाते वे सम्मान के हकदार हैं। हंगामा बढ़ने के बाद कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने माइक हाथ में लेकर डॉ. श्याम बिहारी लाल को मंच पर बुलाकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के हाथों सम्मानित कराया। कुलपति ने कहा कि डॉ. लाल फरीदपुर के लोकप्रिय विधायक होने के साथ विश्वविद्यालय परिवार के हैं, उनके साथ भेदभाव होने का सवाल ही नहीं है। विधायक के सम्मान के बाद फिर से कार्यक्रम सुचारू रूप से शुरू हुआ।