राजनाथ सिंह ने किया अमित शाह के बेटे का बचाव, कहा- आरोप बेबुनियाद, जाँच की जरूरत नहीं

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह पर लगे “धांधली” के आरोपों को खारिज किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार राजनाथ सिंह ने कहा कि जय शाह पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। समाचार वेबसाइट द वायर पर रविवार (आठ  अक्टूबर) प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद जय शाह की कंपनी का टर्न-ओवर 16 हजार गुना बढ़ गया था। वहीं जय शाह ने सोमवार (नौ अक्टूबर) को रिपोर्ट करने वाली वेबसाइट द वायर, उसके संस्थापकों सिद्धार्थ वरदराजन, सिद्धार्थ भाटिया और एमके वेणु, मैनेजिंग एडिटर मोनोबिना गुप्ता, पब्लिक एडिटर पामेला फिलिपोज, पत्रकार रोहिणी सिंह और द वायर के आर्थिक मदद देने वाले एनजीओ फाउंडेशन फॉर इंडिपेंडेंट जर्नलिज्म के खिलाफ अहमदाबाद के मेट्रोपोलिटन अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार राजनाथ सिंह ने कहा, “ऐसे आरोप पहले भी लग चुके हैं। समय समय पर लगते रहते हैं। इसमें कोई आधार नहीं है।” राजनाथ सिंह मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के नए मुख्यालय भवन के उद्घाटन मौके पर बोल रहे थे। राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि जय शाह पर लगे आरोपों की जांच की कोई जरूरत नहीं है।

जय शाह के वकील ने उन पर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बेबुनियाद और मानहानि करने वाला बताया है। जय शाह ने अपनी याचिका में कहा है कि द वायर ने “मानहानि करने वाले मूल लेख” में बदलाव (अपडेट) किए गये हैं और इस मामले के “अहम सबूत” (लेख) में “छेड़छाड़” की गयी है। रविवार को जय शाह पर रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने भी जय शाह का बचाव करते हुए उन पर लगे आरोपों को “अपमानजनक, मानहानि करने वाला, खोखला और निराधार” बताया था। पीयूष गोयल ने दावा किया था कि द वायर अमित शाह की छवि बिगाड़ना चाहता है।

वेबसाइट ‘द वायर’ के मुताबिक रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) से प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार जय की कंपनी की बैलेंस शीट में बताया गया है कि मार्च 2013 और मार्च 2014 तक उनकी कंपनी में कुछ खास कामकाज नहीं हुए और इस दौरान कंपनी को क्रमश: कुल 6,230 रुपये और 1,724 रुपये का घाटा हुआ। लेकिन जैसे ही केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी और उनके पिता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में आश्चर्यजनक रूप से इजाफा हुआ है। साल 2014-15 के दौरान उनकी कंपनी को कुल 50,000 रुपये की इनकम पर कुल 18,728 रुपये का लाभ हुआ। मगर 2015-16 के वित्त वर्ष के दौरान जय की कंपनी का टर्नओवर लंबी छलांग लगाते हुए 80.5 करोड़ रुपये का हो गया। यह 2014-15 के मुकाबले 16 हजार गुना ज्यादा है। एक साल बाद अक्टूबर, 2016 में जय शाह की कंपनी ने अचानक अपने सभी कारोबार बंद कर दिए। कंपनी के डायरेक्टर की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को पिछले वर्षों में 1.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है इसकी वजह से कंपनी की शुद्ध संपत्ति में पूरी तरह से गिरावट आई है। टेम्पल इन्टरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना साल 2004 में की गई थी। जय शाह के अलावा जीतेन्द्र शाह भी कंपनी में डायरेक्टर हैं। इनके अलावा अमित शाह की पत्नी सोनल शाह की भी कंपनी में हिस्सेदारी है।

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