राजस्थान: गलती से पक्षी के अंडे टूटे, 5 साल की बच्ची के घर में घुसने पर गांव वालों ने लगाया बैन

किसी पांच साल के बच्चे को शरारत करने पर उसे क्या सजा दी जा सकती है? कम से कम वह तो बिल्कुल भी नहीं जो राजस्थान के बूंदी जिले की खुश्बू को मिली है। कक्षा एक में पढ़ने वाली खुश्बू का कसूर सिर्फ इतना था कि स्कूल में खेलते वक्त उससे गलती से एक टिटहरी पक्षी का अंडा फूट गया था। इस घटना से गांव वालों में भय का माहौल बन गया। स्थानीय निवासी मानते हैं कि टिटहरी पक्षी बारिश के देवता इंद्र का दूत है और वही बरसात का संदेश लाकर बादलों को देता है। लड़की की गलती से नाराज होकर गांव के मुखिया ने उसकी शरारत को अपराध घोषित कर दिया। खुश्बू के 11 दिन तक घर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई। गांव वालों का दावा था कि ऐसा प्रायश्चित और शुद्धिकरण के लिए करना जरूरी था।
ये मामला बुधवार को प्रकाश में आया और स्थानीय प्रशासन और पुलिस गांव में पहुंच गई। उन्होंने स्थानीय गांव वालों को ये कुरीति छोड़ने के लिए समझाया। हिंडौली की तहसीलदार भावना सिंह ने बताया,”जब टीम लड़की के घर पर पहुंची, वह अपने घर के बाहर बरामदे में एक खाट पर बैठी हुई थी। उसके परिवार के सदस्यों ने हमें घटना के बारे में हर बात बताई। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें 3 जुलाई के बाद से घर के भीतर कदम नहीं रखने दिया गया। अब लड़की को स्कूल जाने की इजाजत मिल गई है।” हालांकि लड़की को घर के भीतर जाने की अनुमति उसके शुद्धिकरण के लिए आयोजित की गई कई पूजा—विधियों में शामिल होने के बाद ही दी गई।”
इस घटना का संज्ञान राज्य मानवाधिकार आयोग और राज्य महिला आयोग ने लिया है। दोनों ने ही इस मामले में जिला प्रशासन और जिला पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 18 और 19 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई है। स्थानीय थाने के एसएचओ लक्ष्मण सिंह ने बताया,”मामले की जांच अभी चल रही है।” फिलहाल पुलिस ने अभी तक ग्राम प्रधान के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है।