राजस्थान निकाय उप चुनाव: बीजेपी को कांग्रेस ने दी कड़ी टक्कर, रहा केवल दो सीटों का अंतर
दीप मुखर्जी।
राजस्थान के पंचायती राज और शहरी निकाय के उपचुनाव नतीजों ने कांग्रेस में जोश का संचार कर दिया है। गुरुवार को आए नतीजों में कांग्रेस ने बीजेपी से मात्र कम सीटें जीतीं। इस दौरान कुल 27 सीटों के लिए उपचुनाव हुए थे। इसमें से 13 बीजेपी के खाते में आईं, जबकि कांग्रेस ने 11 सीटें जीतीं। नगर पालिका की एक सीट पर एनसीपी ने जीत दर्ज की है। पंचायत समिति और नगरपालिका की एक-एक सीट पर निर्दलीयों ने विजय दर्ज की है। सवाई माधोपुर जिले में कांग्रेस ने जिला परिषद की सीट जीती। यहां पर कांग्रेस के उम्मीदवार लोकेश ने भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कमल को 358 मतों से पराजित किया है। पार्टी ने 9 निगम वार्ड के पदों में से 5 पर कब्जा जमाया। जबकि बीजेपी को मात्र 2 ऐसे वार्ड पर जीत मिल सकी। कांग्रेस ने पंचायत समिति की 5 सीटों और नगरपालिका परिषद की पांच सीटों पर विजय हांसिल की है।
स्थानीय निकाय के उपचुनावों के परिणामों पर भाजपा के प्रदेश महासचिव भजनलाल शर्मा ने कहा कि लोगों ने एक बार फिर से भाजपा पर विश्वास व्यक्त किया है और पार्टी के 13 उम्मीदवारों ने उपचुनावों में जीत दर्ज की है। इस बीच कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि शहरी मतदाताओं ने सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ मतदान किया है। जनविरोधी योजनाओं के कारण लोगों ने भाजपा को नकार दिया है। सचिन पायलट ने कहा कि लोग बीजेपी की जन विरोधी नीतियों से बेहद खफा हैं। उन्होंने कहा कि शहरी मतदाता भी अब बीजेपी से दूरी बनाने लगे हैं। उन्होंने कहा, “बीजेपी म्यूनिसिपल वार्ड में 2 सीटें ही जीत सकी, जबकि कांग्रेस ने 5 सीटें जीती।” सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में युवक बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं और राज्य सरकार इनकी कोई मदद नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शहरी मतदाताओं से रोजगार का जो वादा किया था उसे पूरा करने में राज्य सरकार फेल रही है।
बता दें कि राजस्थान में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है। बीजेपी को इस चुनाव में सरकार बनाने की चुनौती है, तो कांग्रेस के पास सत्ता पर फिर से काबिज होने का मौका है। कांग्रेस काफी पहले ही राज्य में चुनावी मोड में आ चुकी है और सरकार के खिलाफ प्रचार अभियान शुरू कर दी है।