राजस्थान बीजेपी में खटपट, चुनाव से ऐन पहले बड़े नेता का इस्तीफा
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के एक बागी ने पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। बीजेपी के बागी विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को अपना इस्तीफा सौंपा है। घनश्याम तिवाड़ी ने ऐलान किया है कि अगले विधानसभा चुनाव में वह राज्य की सभी 200 विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी का उम्मीदवार खड़ा करेंगे। तिवाड़ी इस वक्त जयपुर के सांगानेर से बीजेपी के विधायक थे। वे साल 2003 से इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे रहे हैं। घनश्याम तिवाड़ी ने भारत वाहिनी पार्टी के नाम से एक दल का गठन पहले ही कर चुके हैं। चुनाव आयोग ने भी उनकी पार्टी को मान्यता दे दी है। घनश्याम तिवाड़ी के बेटे भारत वाहिनी पार्टी के अध्यक्ष और संस्थापक है।
घनश्याम तिवाड़ी राजस्थान बीजेपी के बड़े नेता है। वे पार्टी में कई अहम पदों पर रहे हैं। वे भैरोंसिंह शेखालत मंत्रिमंडल में राज्य के ऊर्जा मंत्री थे। घनश्याम तिवाड़ी वसुंधरा राजे सरकार में भी मंत्री रहे, लेकिन वैचारिक मतभेदों को लेकर उनका सीएम से टकराव हो गया। इसके बाद में अपनी ही सरकार के प्रखर आलोचक हो गये। रिपोर्ट के मुताबिक वसुंधरा जब इन्हें कथित रूप से किनारे करने लगीं तो उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए दीनदयाल वाहिनी नाम से एक संगठन बनाया।
नश्याम तिवाड़ी ने कहा, “लंबे समय से दीनदयाल वाहिनी और भारत वाहिनी के नेता, कार्यकर्ता और संस्थापक पार्टी के रजिस्ट्रेशन का इंतजार कर रहे थे, अब भारत वाहिनी को रजिस्ट्रेशन मिल गया है हम सभी खुश हैं, घनश्याम तिवाड़ी की अगुवाई में सभी 200 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे।” पार्टी की पहली बैठक 3 जुलाई को जयपुर में होगी। इस बैठक के लिए 2 हजार कार्यकर्ता, हर विधानसभा से 10 प्रतिनिधियों को न्योता दिया गया है। दीनदयाल वाहिनी के कार्यकर्ता इसी दिन इस नयी पार्टी को ज्वाइन करेंगे। राजस्थान में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। धनश्याम तिवाड़ी ने अपने इस सियासी चाल से राज्य का सियासी तापमान बढ़ा दिया है, साथ ही एंटी इंकंबेंसी फैक्टर झेल रही वसुंधरा की भी मुश्किलों में इजाफा कर दिया है।