राजस्थान में नए पुलिस प्रमुख की तलाश तेज
राजस्थान में नए पुलिस महानिदेशक की तलाश तेज हो गई है। मौजूदा महानिदेशक अजीत सिंह गुरुवार को रिटायर हो रहे है। इस पद की दौड़ में चार वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी दौड़ में हैं। प्रदेश में डीजी रैंक के गुरुवार को दो पद रिक्त होने से इसके लिए दो आइपीएस अफसरों को भी तरक्की दी जाएगी।
राज्य की नौकरशाही के दोनों अहम पदों के लिए सरकार को अपना पसंदीदा अफसर खोजने में अब परेशानी आ रही है। पुलिस महानिदेशक के पद के लिए सरकार के पास चार अफसरों का विकल्प मौजूद है। सरकार के लिए परेशानी यह है कि इन चारों अफसरों से उसे कोई सियासी फायदा नहीं मिलेगा। प्रदेश में पुलिस मुखिया और प्रशासन के मुखिया पदों पर चुनावी साल में सरकार ऐसे अफसरों को बैठाती रही है जिनसे उसे जातीय और सियासी फायदा हो।
वर्तमान पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह की तैनाती उस समय हुई जब प्रदेश में आनंदपाल एनकाउंटर को लेकर राजपूत समाज का आंदोलन चरम पर था। अजीत सिंह के उसी समाज से होने से सरकार को राजपूतों के आंदोलन से निपटने में आसानी रही थी। प्रदेश में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में सरकार के पास अब जातीय आधार के बजाय सिर्फ अपनी पसंद के अफसर को ही महानिदेशक बनाने की गुजांइश रह गई है।
कार्मिक विभाग ने दो अतिरिक्त महानिदेशक ओपी गलहोत्रा और सुनील मेहरोत्रा को महानिदेशक के पद पर पदोन्नत करने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में डीजी रैंक के दो पद रिक्त है। इन दोनों अफसरों को गुरुवार को ही तरक्की मिलने के आसार है। इसके साथ ही इनमें से किसी एक को ही प्रदेश में पुलिस महानिदेशक का जिम्मा सौंपा जा सकता है। इस मामले में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को ही करेंगी।
पुलिस विभाग ने महानिदेशक अजीत सिंह को गुरुवार दोपहर विदाई देने की तैयारियां पूरी कर ली है। उसी दौरान सरकार नए महानिदेशक की नियुक्ति के आदेश जारी करेगी। प्रदेश में दो डीजी स्तर के वरिष्ठ आईपीएस अफसर नवदीप सिंह और क पिल गर्ग अभी सेवा में हैं। इन दोनों की सरकार से ज्यादा पटरी नहीं बैठती है। इसलिए माना जा रहा है कि सरकार नए डीजी बनने वालों में से ही किसी को नया पुलिस महानिदेशक तैनात करेगी।