राजस्थान: वसुंधरा ने शुरू की 58 दिनों की गौरव यात्रा, बोलीं- बंद हो 5 साल में सरकार बदलने की परिपाटी
इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 58 दिनों की अहम राजस्थान गौरव यात्रा शुरू की है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राजसमंद के चारभुजानाथ मंदिर से इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई। 58 दिनों की इस यात्रा में वसंधुरा राजे सूबे भर में लोगों से मिलेंगी और अगले चुनाव के लिए जनादेश मांगेगी। इस यात्रा के दौरान वसुंधरा राजे 40 दिनों तक पब्लिक मीटिंग करेंगी, रैलियां करेंगी, जबकि बाकी 18 दिनों तक वह अवकाश पर रहेंगी। राजस्थान गौरव यात्रा राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 165 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, 30 सितंबर को इस यात्रा का समापन होगा।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांकरोली में इस यात्रा की पहली सभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता से अपील की कि वे प्रदेश में हर पांच साल में दूसरी पार्टी की सरकार बनाने की परिपाटी को रोकें। वसुंधरा ने कहा कि इतिहास रचने में समय लगता है यह आसानी से नहीं होता और यह तभी होगा जब ”हर पांच साल में सरकार बदलने की यहां जो परंपरा है उसे बदली जाए। इसे बदलने की हमें कोशिश करनी है।” उन्होंने कहा कि नयी पार्टी की सरकार आने पर पुरानी सरकार की सारी योजनाएं ठप्प हो जाती हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ दशकों से प्रदेश में हर विधानसभा चुनाव में दूसरी पार्टी की सरकार आती रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में विकास की आंधी लाना चाहती है और उसे देश में सिरमौर बनाना चाहती है। इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ”सरकार ने बीते पांच साल में जो विकास की नींव रखी है उस पर भव्य इमारत बनाना चाहती हैं।” इस अवसर पर वसुंधरा ने अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि उनकी सरकार केवल योजनाएं ही नहीं बनाईं बल्कि जमीनी स्तर पर उनके कार्यान्वयन पर भी जोर दिया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी हटाओ की बात करने वालों ने विकास के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने भाषण में केंद्र सरकार की अनेक योजनाओं का जिक्र किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की। सभा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भी संबोधित किया। शाह ने इससे पहले यात्रा रथ (विशेष बस) को औपचारिक रूप से रवाना किया।