राजस्थान विधानसभा के अंदर रिवॉल्वर लेकर घुसे विधायक, कैमरे में कैद
राजस्थान विधानसभा की सुरक्षा पर उस समय सवालिया निशान लग गए, जब बसपा विधायक मनोज कुमार रिवॉल्वर के साथ अंदर घुस गए। कैमरे में तस्वीर कैद होने के बाद हंगामा मच गया। जिसके बाद विधायक को गलती का अहसास हुआ और वे तुरंत विधानसभा से अपने आवास गे। रिवॉल्वर घर पर रखने के बाद फिर विधानसभा पहुंचकर सत्र में हिस्सा लिए।
यह घटना इसलिए भी चौंकाने वाली रही कि विधानसभा की तीन स्तरीय सुरक्षा जांच के दौरान भी विधायक के पास रिवॉल्वर होने सिक्योरिटी दस्ते को भनक नहीं लगी। यहां तक कि मेडल डिटेक्टर से चेक भी हुआ, फिर भी रिवॉल्वर का पता नहीं चला। जिससे विधानसभा के अंदर सुरक्षा घेरे की सक्रियता पर सवालिया निशान लग रहे हैं। लोग चौंक रहे हैं कि आखिर मेडल डिटेक्टर भी कैसे रिवॉल्वर की पहचान नहीं कर पाया।
त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़कर हथियार सहित सदन के अंदर पहुंचने की इस घटना के बाद सिक्योरिटी एजेंसियों में हड़कंप मच गया। विधायक के पास रिवॉल्वर होने का पता तब लोगों को चला, जब वे सदन परिसर में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान बाईं तरफ उनकी कमर में रिवॉल्वर लटकता हुआ मिलने पर मीडियाकर्मियों ने फोटो खींचनी शुरू कर दी। रिवॉल्वर को विधायक कुर्ते से ढंके हुए थे।
मामले की नजाकत को भांपते हुए विधायक तुरंत विधानसभा से अपने आवास पहुंचे। घर पर रिवॉल्वर छोड़कर फिर सदन में हाजिर हुए। इस मसले पर सदन के नियम-कायदों की जानकारों का कहना है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह के हथियार के साथ सदन में नहीं घुस सकता। किसी विधायक की ओर से संभवतः सुरक्षा नियमों से खिलवाड़ का यह पहला मामला है। नियमों के मुताबिक विधायक के सुरक्षाकर्मी हथियार ला सकते हैं, मगर इसके लिए भी उन्हें विशेष पास की जरूरत होती है।
हंगामा मचने के बाद बसपा विधायक ने सफाई दी। उन्होंने कहा- मुझ पर कई बार हमला हो चुका है,मैं हमेशा लाइसेंसी रिवॉल्वर रखता हूं। अक्सर बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहनता हूं। मैं भूल गया कि विधानसभा में मैं रिवॉल्वर लेकर पहुंच गया हूं, पता चलने के बाद मैने हथियार घर छोड़ा। बता दें कि 2012 में मनोज पर राजगढ़ में हमला हो चुका है। तब दाईं आंख के नजदीक उन्हें गोली लगी थी। इससे तीन साल पहले 2009 में उनके भाई वीरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में एक माफिया का नाम सामने आया था।