राज्यसभा चुनाव 2018: 11 सीटों का फायदा ले भाजपा सबसे आगे, कांग्रेस को चार का झटका
राज्यसभा चुनाव 2018 में शुक्रवार (23 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसद के उच्च सदन में सबसे बड़ी पार्टी बनी है। पार्टी के 38 सालों के इतिहास में यह पहला मौका था, जब उसके खाते में 69 राज्यसभा सीटें आईं। भाजपा की 58 से 69 सीटों का यह आंकड़ा (59 में से 28 पर जीत) शुक्रवार को चुनावी जीत के बाद तब्दील हुआ। पार्टी को सीधे-सीधे कुल 11 सीटों का फायदा हुआ और इसी के साथ वह सीटें के फायदे के मामले में सबसे आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस को करारा झटका लगा है। मुख्य विपक्षी दल ने इस बार 10 सीटें जीती हैं, लेकिन उसे चार सीटों का नुकसान हुआ है। आपको बता दें कि शुक्रवार को कुल 17 राज्यों में राज्यसभा के चुनाव हुए थे। 10 में से 33 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए, जबकि बाकी के सात राज्यों की 26 राज्यसभा सीटों पर मतदान हुआ। इन सीटों में से 12 पर कमल खिला। उत्तर प्रदेश के सभी उम्मदीवारों के हाथ जीत लगी है। अब उच्च सदन में भाजपा के 73 सांसद है, जिससे वह यहां सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के खाते में चार सीटें गईं और पार्टी की स्थिति में खास परिवर्तन नहीं हुआ। बीजेडी को तीन (एक का फायदा), टीआरएस को तीन (तीन का फायदा), टीडीपी को दो (कोई बदलाव नहीं), जेडी (यू) को दो (दो का नुकसान), आरजेडी को दो (दो का फायदा), शिवसेना को एक (कोई बदलाव नहीं), एनसीपी को एक (एक का नुकसान), वाईएसआरसीपी को एक (एक का फायदा), सपा को एक (पांच का नुकसान) और एलडीएफ को एक (एक का फायदा) हुआ।
रास चुनाव में भाजपा की स्थिति महाराष्ट्र में सुधरी है। पार्टी ने छह में से तीन सीटें (दो का फायदा) जीती हैं। राजस्थान में उसने तीनों सीटों (दो का फायदा) पर कब्जा जमाया, जबकि उत्तराखंड और हरियाणा में भी भाजपा एक-एक सीट कांग्रेस से हथियाने में कामयाब रही। हालांकि, दो सीटें गुजरात में पार्टी कांग्रेस से हार गई। यहां पार्टी चार में से सिर्फ दो ही अपनी पकड़ बना सकी। कर्नाटक में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। बिहार में भी कुछ ऐसा ही हुआ।