राज्यसभा: नाम घोषित होने से पहले ही प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने खरीद लिया था नामांकन फॉर्म, पहले किरकिरी अब कटा नाम
छत्तीसगढ़ के बीजेपी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक तब विवादों में आकर अपनी किरकिरी करा बैठे जब उन्होंने पार्टी से राज्यसभा का टिकट मिले बिना ही नामांकन का फॉर्म खरीद लिया। मीडिया में बात लीक होने पर कौशिक को शर्मिंदगी तो झेलनी ही पड़ी पार्टी ने भी उन्हें टिकट ना देकर उन्हें निराश कर दिया। बीजेपी ने राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय को छत्तीसगढ़ से राज्य सभा का उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय महामंत्रियों को संसद पहुंचाने के फार्मूले पर ही सरोज पांडेय को टिकट दिया गया है। बता दें कि मोदी लहर के बावजूद साल 2014 में सरोज पांडेय राज्य के दुर्ग संसदीय सीट से चुनाव हार गई थीं। सिर्फ इसी सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। तब यह कहा गया था कि सरोज पांडे को भितरघातियों की साजिश का शिकार होना पड़ा है।
पिछले एक सप्ताह से छत्तीसगढ़ खासकर रायपुर के सियासी गलियारों में चर्चा तेज थी कि बीजेपी किसे राज्यसभा का उम्मीदवार बनाती है क्योंकि पार्टी की मुहर जिसके भी नाम पर लगती उसका संसद पहुंचना तय है। राज्य विधान सभा में बीजेपी का आंकड़ा इतना है कि एक व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में राज्य सभा भेज सके। सूत्र बताते हैं कि राज्य बीजेपी ने सरोज पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक समेत कुल 25 लोगों का नाम राज्य सभा उम्मीदवार के लिए भेजा था लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने सरोज पांडेय के नाम पर आखिरकार मुहर लगाई।
उधर, ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने 8 मार्च को ही नामांकन का फॉर्म खरीदवा लिया था। उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद थी कि चुनावी साल होने की वजह से पार्टी उन्हें राज्य सभा भेज सकती है। सूत्रों के मुताबिक कौशिक को कुछ केंद्रीय नेताओं ने भी इस बात के संकेत दिए थे लेकिन जैसे ही फॉर्म खरीदने की बात दिल्ली तक पहुंची कौशिक की जल्दबाजी का दांव उल्टा पड़ गया। बता दें कि देश की 16 राज्यों की कुल 58 सीटों के लिए 23 मार्च को राज्य सभा के लिए चुनाव होने हैं। उसी दिन शाम तक इसके नतीजे भी घोषित किए जाएंगे।
राज्यसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने कुल 27 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इनमें कई केंद्रीय मंत्रियों का भी नाम शामिल है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल वो गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। इसी तरह पार्टी ने धर्मेंद्र प्रधान को भी बिहार से हटाकर मध्य प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है।