राज्यसभा चुनाव: भाजपा को वोट देने वाले निषाद पार्टी के इकलौते विधायक निकाले गए, प्राथमिक सदस्यता से भी गए
राज्यसभा चुनाव में पार्टी की मुखालफत कर भाजपा उम्मीदवार को वोट देने पर निषाद पार्टी ने अपने इकलौते विधायक विजय मिश्रा को पार्टी से बाहर कर दिया। साथ ही मिश्रा को पार्टी की प्राथिमक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है। शनिवार को गोरखपुर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने विजय मिश्रा को पार्टी से निष्कासित करने घोषणा की। उन्होंने कहा कि विजय मिश्रा को पार्टी की प्राथिमक सदस्यता से भी निलंबित किया गया है। डॉ. संजय ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में विधायक ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया, जो घोर अनुशासनहीनता है। भाजपा पूंजीवादी, सामंतवादी विचारधारा के लोगों की पार्टी है। उनके साथ विधायक का हाथ मिलाना पार्टी के सिद्धांत के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, “जब सभी पार्टियों ने विजय मिश्रा के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए थे, तब हम लोगों ने उन्हें टिकट देकर विधानसभा पहुंचाया। उन्होंने पार्टी और मतदाताओं के साथ धोखा किया है। समय आने पर पार्टी और कार्यकर्ता उन्हें माकूल जवाब देंगे।”निषाद ने कहा कि वह विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर मिश्रा की सदस्यता समाप्त करने की मांग करेंगे।
बता दें कि विजय मिश्रा भदोही के ज्ञानपुर से पार्टी के विधायक हैं। इससे पहले वह समाजवादी पार्टी के चुनाव लड़ते थे। बीते विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से टिकट न मिलने पर विजय मिश्रा ने निषाद पार्टी से चुनाव लड़ा था। शिवपाल सिंह यादव के बेहद खास माने जाने वाले विजय मिश्रा राज्यसभा के इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था। मिश्रा निषाद पार्टी के एकलौते विधायक थे।