राज्यसभा चुनाव: मतदान से पहले बिछने लगी बिसात, आज भाजपा और सपा की डिनर डिप्लोमेसी
राज्यसभा चुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। गोरखपुर और फूलपुर उप-चुनावों के बाद तो यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी और भाजपा ने राज्यसभा चुनावों के लिए मोर्चेबंदी शुरु कर दी हैं। दोनों ही पार्टियों ने आज शाम लखनऊ में डिनर पार्टी का आयोजन किया है, जिसे आगामी राज्यसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने जहां एक 5 स्टार होटल में डिनर पार्टी का आयोजन किया है, वहीं भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधिकारिक निवास पर डिनर पार्टी आयोजित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, सपा की डिनर पार्टी में मुलायम सिंह यादव और रामगोपाल यादव के भी शामिल होने की उम्मीद है।
क्या कहता है राज्यसभा चुनाव का गणितः उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 23 मार्च को चुनाव होना है। भाजपा 324 विधायकों के साथ मजबूत स्थिति में है और इस संख्याबल के आधार पर आसानी से अपने 8 उम्मीदवारों को राज्यसभा भेज सकती है, लेकिन भाजपा ने नौवे उम्मीदवार के रुप में अनिल अग्रवाल को मैदान में उतारकर मुकाबला रोमांचक कर दिया है। बता दें कि राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 विधायकों का समर्थन जरुरी है। ऐसे में भाजपा के उत्तर प्रदेश से 8 राज्यसभा सांसद आसानी से बन सकते हैं। वहीं समाजवादी पार्टी 47 विधायकों के साथ अपनी उम्मीदवार जया बच्चन को राज्यसभा भेज सकती है। बाकी उसके 10 विधायक बसपा को वोट देंगे, क्योंकि बसपा के पास सिर्फ 19 विधायक हैं, ऐसे में बसपा को 18 वोटों की ओर जरुरत पड़ेगी।
बसपा की राह है मुश्किलः समाजवादी पार्टी के 10 वोटों के साथ ही बसपा की कोशिश कांग्रेस के 7 और रालोद के 1 विधायक का समर्थन लेकर अपने उम्मीदवार को जिताने की है, लेकिन भाजपा की कोशिश है कि निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेकर बसपा के उम्मीदवार को राज्यसभा जाने से रोका जाए। उल्लेखनीय है कि 8 सीट जीतने लायक वोट के बाद भी भाजपा के पास 27 अतिरिक्त वोट हैं, जिनकी मदद से पार्टी अपने नौवें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल को राज्यसभा भेजने की जुगत में है। उधर समाजवादी पार्टी पर भी गठबंधन धर्म निभाने का दबाव है और उसे यह सुनिश्चित करना है कि बसपा का उम्मीदवार चुनाव जीते, लेकिन अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो 2019 के लोकसभा चुनावों पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है और सभी पार्टियां अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में जुटी हैं। आज लखनऊ में होने वाली डिनर डिप्लोमैसी भी इन तैयारियों का अहम हिस्सा है।