राज ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने किन्नरों को पीटा, दी यह दलील
महाराष्ट्र के ठाणे जिले की पुलिस ने राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के 15 कार्यकर्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। इन कार्यकर्ताओं पर कपूरबावड़ी इलाके में 4 किन्नरों के साथ मारपीट करने, झगड़ने और चोट पहुंचाने का आरोप है। मनसे कार्यकर्ताओं का दावा है कि किन्नर स्थानीय निवासियों के लिए समस्या बन गए थे और पुलिस भी इस मामले में निष्क्रिय थी। पुलिस के मुताबिक मनसे कार्यकर्ताओं ने रविवार (27 मई) को चार किन्नरों पर उस वक्त हमला किया, जब ये सभी कपूरबावड़ी इलाके में माजीवाड़ा पुल पर खड़े हुए थे। कपूरबावड़ी पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया,”उन्होंने किन्नरों को पहले टोका और फिर मारपीट शुरू कर दी। हालांकि किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आईं हैं, फिर भी हमने पांच महिलाओं को 10 पुरुषों को झगड़ा-फसाद करने और मारपीट करने पर गिरफ्तार किया है।”
अशांति फैलाते थे किन्नर!: हालांकि ठाणे जिले के मनसे अध्यक्ष अविनाश जाधव ने इस मामले में अलग ही बात बताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,”किन्नर अक्सर वहां अशांति फैलाते थे, वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशान भी करते थे। उन्होंने उस इलाके के रहने वाले कुछ लोगों के साथ लूटपाट भी की है। मैंने इस मामले की पुलिस में पांच बार लिखित शिकायत की है। शनिवार (26 मई) को किन्नरों ने लड़की को भी टोका था, जिसने बाद में हमसे मदद मांगी थी। अगले दिन जब हम वहां पर पहुंचे, उन्होंने हमसे झगड़ा शुरू कर दिया, इसके बाद हमारे कुछ लोगों ने उनसे मारपीट की है।”
‘हम पुलिस केस से नहीं डरते’: जाधव को शिकायत है कि पुलिस माजीवाड़ा पुल के नीचे अवैध धंधे करने वाले किन्नरों का पक्ष ले रही है। जाधव ने कहा,”स्थानीय नागरिकों ने भी किन्नरों के खिलाफ शिकायत की थी। जबसे हमने किन्नरों पर एक्शन लिया है, वहां पर कोई भी जनता का शोषण करने के लिए खड़ा नहीं दिखा है। अगर हम पर समाज की बुराइयों को उखाड़ने के कारण पुलिस केस भी हो जाए, तो मुझे नहीं लगता कि ये गलत है। हालांकि पुलिस ने इस बात से इंकार किया है कि उनके पास कोई भी शिकायत आई थी। थानाक्षेत्र की पुलिस का कहना है कि जब भी कोई शिकायत आती है, हम एक्शन लेते हैं। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।