रात को मेहनत मजदूरी तो दिन में राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहा यह शख्स
अमेरिका के वर्जीनिया प्रांत में रहने वाले बोल गाई देंग दक्षिणी सूडान में राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि बोल गाई देंग दक्षिणी सूडान के ही मूल निवासी हैं और कई साल पहले रिफ्यूजी के तौर पर अमेरिका आए थे। गौरतलब है कि देंग भले ही राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हो, लेकिन वह अभी भी एक सामान्य शख्स की तरह अपनी नौकरी पर जाते हैं। देंग दिन में जहां चुनाव प्रचार करते हैं, वहीं रात के समय देंग एक स्टोर में ट्रक अनलोड करने का काम करते हैं। इस काम के बदले में देंग को 15 डॉलर प्रति घंटे के हिसाब से पैसे मिलते हैं। इसके अलावा देंग चुनाव के लिए चैरिटी से मिले पैसों पर निर्भर हैं। बोल गाई देंग सूडान में खराब सुरक्षा व्यवस्था के चलते अमेरिका से ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अमेरिका के अलावा देंग हाल ही में यूगांडा, केन्या और इथोपिया का दौरा कर दक्षिणी सूडान के चुनाव में अपने पक्ष में हवा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
बोल गाई देंग दक्षिणी सूडान में लोकतंत्र लाने और सुरक्षा व्यवस्था सुधारने के वादे के साथ चुनाव मैदान में हैं। देंग वर्जीनिया यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं, लेकिन अंग्रेजी पर कमांड अच्छी ना होने के कारण अभी तक अच्छी नौकरी नहीं पा सके हैं। दक्षिणी सूडान के राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने पर देंग कहते हैं कि अफ्रीका को शासक नहीं बल्कि लीडर्स चाहिए। देंग खुद को बहुत अच्छा लीडर मानते हैं और इसके पीछे उनका तर्क है कि उनकी ट्रेनिंग अमेरिका में हुई है। अमेरिका में काफी संख्या में सूडान के रिफ्यूजी रहते हैं, जिनके बीच बोल गाई देंग काफी प्रसिद्ध हैं। देंग की राजनैतिक पार्टी का नाम कुश डेमोक्रेटिक मैजोरिटी है।
बता दें कि दक्षिणी सूडान की कुल जनसंख्या 12 मिलियन के करीब है। इसमें से 2.5 मिलियन नागरिक पड़ोसी देशों में विभिन्न रिफ्यूजी कैंपस में रहते हैं। यही वजह है कि देंग अपने चुनाव प्रचार को देश से बाहर भी चला पा रहे हैं। देंग उनके देश में जारी हिंसा के कारण 7 साल की उम्र में रिफ्यूजी कैंप आ गए थे। इन रिफ्यूजी कैंपस में कई साल रहने के बाद देंग 17 साल की उम्र में अमेरिका पहुंचे थे। हिंसा के दौरान देंग के माता-पिता मारे गए थे। देंग के 13 भाई बहनों में से कुछ अभी भी सूडान में ही रहते हैं।