राबड़ी देवी को वापस मिली सुरक्षा, तेजस्वी का नीतीश पर हमला- लोग ऐसे ही पल्टूराम नहीं कहते
इधर बिहार में सुरक्षा पर सियासत जारी है। अब एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया गया है। राबड़ी देवी का आवास राजधानी पटना के 10 सर्कुलर रोड पर स्थित है। उनके आवास के बाहर 32 बीएमपी जवानों की तैनाती की गई थी। जनसता डॉट कॉम ने आपको बतलाया था कि मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद यह सभी जवान वहां से अपना सामान बांध कर रातों-रात हट गए थे। अब एक बार फिर इन सभी जवानों को वापस राबड़ी देवी के आवास के बाहर तैनात रहने के लिए कह दिया गया है।
इस तरह से पहले सुरक्षाकर्मियों को हटाने और फिर उन्हें वापस बुलाने के मुद्दे पर अब एक बार फिर राज्य में सियासत गरमा गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राबड़ी देवी के पुत्र तेजस्वी यादव ने प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ‘पल्टू राम’ के नाम से जाने जाते हैं। एक बार फिर वो अपने फैसले से पलट गए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम को यह साफ करना चाहिए की इससे पहले सुरक्षाकर्मियों को वहां से हटाने का निर्देश किसने दिया था?
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार (10-04-2018) की रात को राबड़ी देवी के आवास के बाहर सुरक्षा में तैनात बीएमपी-2 के 32 जवानों ने यह परिसर खाली कर दिया था। सुरक्षाकर्मियों को वहां से हटने के लिए मुख्यालय से ऑर्डर मिला था। सुरक्षाकर्मियों को हटाए जाने से नाराज तेजस्वी यादव औऱ तेजप्रताप यादव ने भी अगले दिन यानी बुधवार को अपने अंगरक्षक लेने से इनकार कर दिया था और उन्हें स्वेच्छा से वापस भेज दिया था। इतना ही नहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद राबड़ी देवी ने खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी थी। इस चिट्ठी में राबड़ी देवी ने कहा था कि सुरक्षाकर्मियों की गैरमौजूदगी में अगर उनके साथ या उनके परिवार के सदस्यों के साथ कुछ भी अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए गृह विभाग और गृह विभाग के मंत्री जिम्मेदार होंगे। राबड़ी की इस चिट्ठी के बाद एक बार फिर उनके आवास के बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।