राष्ट्रगान पर नहीं खड़ा हुआ दिव्यांग तो दी गालियां, बताया पाकिस्तानी
गुवाहाटी में फिल्म शुरू होने से पहले थियेटर में एक शख्स को राष्ट्रगान के वक्त खड़े ना होने पर लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। जबकि शख्स दिव्यांग था और व्हीलचेयर पर बैठा था। इसलिए वो राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा होने में समर्थ नहीं था। खबर के अनसुार अरमान अली (36) थियेटर में सबसे अगली पंक्ति में बैठे थे। जिस वक्त राष्ट्रगान बजा वो उसके सम्मान में सीधे बैठ गए। गौरतलब है कि जब राष्ट्रगान खत्म हुआ पीछे खड़े दो लोगों ने इसके लिए उनके खिलाफ गद्दी भाषा का इस्तेमाल किया। और कहा, ‘सामने एक पाकिस्तानी बैठा है।’ ये बात उन दोनों में से एक शख्स ने कही। घटना बीते शुक्रवार (29 सितंबर) की है। अरमान अली ने बताया, ‘जब मैंने पीछे मुड़कर देखा वो मेरी तरह देख रहे थे। उन्होंने मुझे पाकिस्तानी कहा। किसी को भी पाकिस्तानी कहना कितना आसान होता है। चाहे वो शख्स खड़ा हो सकता हो या नहीं। शायद उनकी ये राष्ट्रीय ड्यूटी है कि मैं राष्ट्रगान के वक्त खड़ा नहीं हुआ तो मेरे ऊपर टिप्पणी करें।’
जानकारी के लिए बता दें कि अरमान अली एक गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) शिशु सारोथी के कार्यकारी निदेशक हैं। ये संस्था दिव्यांगों के सशक्तिकरण और उनके विकास के लिए कार्य करती है। अरमान कहते हैं, ‘हमारे समाज में ये क्या आ गया है। मैं अब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजीआई) को इस बारे में पत्र लिखने की सोच रहा हूं।’ दरअसल पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में देशभर के सभी सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाने के निर्देश दिया था। कोर्ट का कहना था कि राष्ट्रगान के सम्मान में सभी का खड़ा होना अनिवार्य होगा। हालांकि बाद में कुछ लोगों ने कोर्ट के इस फैसले का विरोध किया तो कई इसके समर्थन में भी आए।