राष्ट्रपति से मिलना आसान है, एलजी से नहीं, दिल्ली स्पीकर बोले- दो बार लिखी चिट्ठी, नहीं मिली अप्वायंटमेंट
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल पर निशाना साधा है और उन्हें भारतीय संस्कृति की अवहेलना करने वाला बताया है। बुधवार (31 जनवरी) को गोयल ने कहा कि उन्होंने उप राज्यपाल को दो बार चिट्ठी लिखी कि वो उनसे मिलना चाहते हैं लेकिन उन्होंने एक बार भी अप्वायंटमेंट नहीं दिया। गोयल ने कहा कि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलना आसान है मगर दिल्ली के उप राज्यपाल से मिलना नहीं। उन्होंने कहा, “मैंने एलजी को नए साल पर बधाई देने के लिए दो बार 4 जनवरी और 10 जनवरी को पत्र लिखा लेकिन उन्होंने एक बार भी मिलने का समय नहीं दिया।”
स्पीकर ने कहा, “हालांकि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मिलने का समय दिया। पूर्व उप राज्यपाल नजीब जंग भी हमेशा मिलने का समय देते थे लेकिन बैजल साहब ने एक बार भी समय नहीं दिया।” उन्होंने बताया कि एलजी साहब ने 13 जनवरी को उनके पत्र का जवाब दिया मगर उसमें भी उन्होंने मिलने का समय नहीं दिया। गोयल ने कहा कि भले ही एलजी उन्हें मिलने का वक्त ना दे रहे हों लेकिन भाजपा विधायकों को तुरंत अप्वायंटमेंट देते हैं।
बता दें कि दिल्ली की आप सरकार और एलजी के बीच शुरु से ही तनातनी रही है। अनिल बैजल से पहले उप राज्यपाल रहे नजीब जंग के साथ भी केजरीवाल सरकार के रिश्ते सामान्य नहीं थे। कई मौकों पर केजरीवाल एलजी पर निशाना साध चुके थे। इसके अलावा आप ने पूर्व एलजी पर बीजेपी का एजेंट होने का भी आरोप लगाया था। नई कड़ी में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने मौजूदा एलजी अनिल बैजल पर निशाना साधा है। वैसे केजरीवाल सरकार कुछ दिनों पहले ही नागरिकों को सरकारी सेवा दरबाजे पर उपलब्ध कराने संबंधी प्रस्ताव पर बैजल से टकरा चुकी है। जब एलजी अनिल बैजल ने सरकार के प्रस्ताव को वापस भेजा था तब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे लोकतंत्र और दिल्ली के लिए अफसोसजनक करार दिया था और सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखा था।