राहुल को अमेठी के घर-घर से जोड़ने की तैयारी

कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के अमेठी कार्यालय में अब सब कुछ आॅनलाइन है। इसके लिए राहुल गांधी के अमेठी और दिल्ली कार्यालय को आपस में जोड़ दिया गया है। इस कवायद के बाद अमेठी की छोटी-बड़ी समस्याओं का निस्तारण अब अमेठी के सांसद राहुल गांधी खुद करेंगे। इसके बाद अमेठी की जनता से किसी भी समय किसी भी परिवार से सीधी बात करेंगे। सांसद प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे ने कहा कि अमेठी की छोटी-बड़ी समस्याओं के लिए अमेठी में यह कार्यालय खुला है। इस कार्यालय में पुलिस, ब्लाक तहसील, स्वास्थ्य-शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क और पेंशन वगैरह की समस्याओं का सीधे निस्तारण कराया जाएगा। इसके बाद बड़े मामले सीधे राहुल गांधी को भेजकर जनता की समस्याओं का निस्तारण करेंगे ताकि अमेठी की बीस लाख जनता को फरियाद लेकर भटकना न पड़े।

राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद अमेठी में सब कुछ बदल चुका है। अमेठी में अब राहुल की कमान संभालने के लिए प्रियंका गांधी अमेठी में सांसद की टीम कमांडर हैं। इसके पहले प्रियंका परदे के पीछे से अमेठी रायबरेली की कमान संभालती थीं। लेकिन राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद अब वे अमेठी-रायबरेली में सीधे कमांडर बन गई हैं। कांग्रेस में राहुल के कमान संभालने के बाद अब अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस की नई टीम बनेगी। इसके लिए नए फार्मूले की तलाश हो रही है। नई टीम में बेदाग छवि वाले युवाओं और जमीनी सिपाहियों को पहले स्थान पर रखा जाएगा ताकि किसी भी स्तर पर उपेक्षा और बगावत की गुंजाइश न बचे।

इसके लिए बराबर का अधिकार देने के लिए सबको चुनावी मंच से गुजरना पड़ेगा। अमेठी को सीधे दिल्ली से जोड़ने के लिए सोनिया गांधी के ओएसडी धीरज श्रीवास्तव अमेठी में राहुल के विकास से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके पहले मान सिंह अमेठी में विकास का काम देखते थे। लेकिन अब सिंह राजस्थान चले गए हैं। उनके स्थान पर धीरज श्रीवास्तव को रायबरेली के साथ अमेठी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राहुल गांधी के प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे राजनीतिक और सामाजिक काम देखते हैं। बाकी विकास से जुड़े सभी काम श्रीवास्तव के पास हैं। नए अध्यक्ष की दौड़ में महिला-पुरुष दोनों बराबर के हकदार हैं। इसमें संग्रामपुर के विनोद मिश्र का नाम सबसे तेज चल रहा है। इसके बाद पूर्व विधायक राधेश्याम कनौजिया सहित दजर्नों नाम जिला अध्यक्ष की दौड़ में आगे हैं।

इसमें सबसे ज्यादा नाम अमेठी से जुड़े हैं। जिलाध्यक्ष के चयन के बाद ब्लाक,न्याय पंचायत, ग्राम पंचायत, बूथ प्रभारी, समूह प्रभारी और पांच घरों पर एक प्रभारी अलग से बनाए जाएंगे। इसके लिए पांच घरों के प्रभारी से लेकर जिलाध्यक्ष तक के पास सभी परिवारों का आॅनलाइन डाटा मौजूद रहेगा। इसी के साथ कांग्रेस के सभी अग्रिम संगठन महिला संगठन, किसान संगठन, छात्र संगठन आदि बनेंगे। अमेठी के पूर्व सांसद और प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अमेठी कार्यकाल की पूरी जिम्मेदारी डॉॅ संजय सिंह के पास रहती थी। लेकिन अब समय बदल चुका है। अमेठी में कांग्रेस के पास सांसद छोड़कर किसी भी पद पर कांग्रेस नहीं है। अमेठी के पांच विधायक 13 ब्लाक प्रमुख, नगरपालिका, नगर पंचायतें, ग्राम पंचायतें और जिला पंचायत की कमान सपा और भाजपा के पास है।

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