राहुल को विरासत सौंपी, अब लंबे समय के लिए इटली जाना चाहती हैं सोनिया गांधी
राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद की आधिकारिक तौर पर शनिवार को कमान संभाल ली। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस के मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला। इससे पहले राहुल की मां सोनिया गांधी पार्टी की अध्यक्ष थीं। बेटे राहुल को पार्टी की कमान सौंप सोनिया गांधी अब कुछ समय का ब्रेक चाहती हैं। सोनिया एक लंबा से ब्रेक लेकर इटली अपनी मां के पास जाना चाहती हैं। राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद फिलहाल सबसे बड़ा यह सवाल खड़ा होता है कि सोनिया पार्टी में कौनसा कार्यभाल संभालेंगी।
पार्टी के लोग चाहते हैं कि सोनिया महत्वपूर्ण एवाइजर के तौर पर उनसे जुड़े रहें ताकि जब भी पार्टी को उनकी जरूरत हो वे उनसे सलाह ले सकें। कांग्रेस ही नहीं उनकी अन्य सहयोगी पार्टियां भी सोनिया के साथ शांतिप्रद व्यवहार महसूस करें और वहीं राहुल के साथ बेझिझक होकर बात कर सकें। खैर, सोनिया अभी पार्टी की कोई भी जिम्मेदारी नहीं लेना चाह रही हैं इसलिए वे छुट्टी पर जाने की तैयारी कर रही हैं।
आपको बता दें कि राहुल की ताजपोशी के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद थे। वहीं सोनिया गांधी ने इस कार्यक्रम में अध्यक्ष के तौर पर अपनी आखिरी स्पीच दी। सोनिया ने अपने भाषण की शुरुआत काफी भावुक तरीके से की। उन्होंने कहा कि बतौर कांग्रेस अध्यक्ष यह उनका आखिरी भाषण है। सोनिया ने उन चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिनका बतौर अध्यक्ष उन्हें शुरुआत में सामना करना पड़ा था। अपने भाषण में सोनिया ने राहुल गांधी की भी जमकर तारीफ की। सोनिया ने कहा कि राहुल उनका बेटा है, इसलिए उनकी सार्वजनिक तारीफ करना उचित नहीं लगता। सोनिया ने कहा, ‘इतना ही कहूंगी कि उसने बचपन से ही पिता का अपार दुख झेला है। उसने राजनीति में निजी हमलों का सामना किया है, जिसने उसे और निडर बनाया। मुझे उसकी सहनशीलता पर गर्व है और मुझे पूरा विश्वास है कि राहुल पार्टी का नेतृत्व सच्चे धैर्य के साथ काम करेंगे।’