राहुल गांधी के चुनाव पर मणिशंकर अय्यर ने कही ऐसी बात कि पीएम मोदी ने गुजरात में ली चुटकी
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए केवल राहुल गांधी द्वारा नामांकन दाखिल करने को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने ऐसा बयान दिया जिसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपनी रैली के दौरान उनकी चुटकी ली। राहुल गांधी द्वारा दाखिल किए गए नामांकन की तुलना अय्यर ने औरंगजेब से करते हुए सोमवार को कहा था, ‘क्या मुगल काल में चुनाव होते थे? जहांगीर के बाद शाहजहां आए, क्या किसी तरह का कोई चुनाव हुआ? शाहजहां के बाद हर कोई जानता था कि औरंगजेब ही अगले शासक होंगे।’ अय्यर के इसी बयान को लेकर पीएम मोदी ने गुजरात में अपने भाषण में कहा कि औरंगजेब का शासन नहीं चाहिए। उन्होंने मणिशंकर के बयान को उद्धृत करते हुए कहा, ‘तो क्या कांग्रेस एक फैमिली पार्टी है? हमें औरंगजेब का शासन नहीं चाहिए।’ दरअसल राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए किसी ने भी चुनौती नहीं दी है, केवल उन्होंने अकेले ही इस पद के लिए पर्चा भरा है। जिसके बाद उनका अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।
हालांकि बाद में अय्यर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ‘दोनों की तुलना नहीं की जा सकती। मुगल राज में सबको पता था कि जहांगीर के बाद शाहजहां आएंगे, लेकिन यहां राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए हर किसी को आजादी थी। यह पूरी तरह से लोकतांत्रिक प्रक्रिया थी।’
राहुल गांधी द्वारा पर्चा भरने के बाद मणिशंकर अय्यर मीडिया से रूबरू हुए। उस दौरान उनसे कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला को लेकर सवाल किया गया, जिसके जवाब में अय्यर ने औरंगजेब वाली बात कही थी। उनके इस बयान के वीडियो को बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट किया था। दरअसल शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कांग्रेस पर हमला किया था और कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव फिक्स है। उन्होंने आरोप लगाया था कि ये चुनाव के नाम पर मजाक है। पूनावाला ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर चैलेंज किया था कि उन्हें पहले पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए फिर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहिए। शहजाद पूनावाला के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में जो भी डिलिगेट्स वोट डालते हैं उनकी नियुक्ति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करते हैं और इन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति सोनिया गांधी करती हैं। शहजाद पूनावाला ने पूछा है कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष पद सिर्फ “गांधी” सरनेम वालों के लिए ही रिजर्व हैं।