राहुल गांधी के पक्ष में भरे गए सभी 89 नामांकन वैध
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में दाखिल किए गए सभी 89 नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं। पार्टी के किसी और नेता ने राहुल के समक्ष पर्चा नहीं भरा है, लिहाजा वे अब अध्यक्ष पद के अकेले उम्मीदवार हैं। जाहिर तौर पर उनका अध्यक्ष बनना अब निश्चित हो गया है। आगामी 11 दिसंबर को उनके चुने जाने का तकनीकी रूप से एलान कर दिया जाएगा। उसके बाद राहुल कभी भी 130 साल पुरानी कांग्रेस के मुखिया की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। हालांकि, ऐसे संकेत हैं कि राहुल गुजरात और हिमाचल के चुनाव परिणाम आने के बाद 19 दिसंबर को औपचारिक रूप से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के निर्वाचन अधिकारी एम रामचंद्रन ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि राहुल के पक्ष में दाखिल किए गए सभी 89 नामांकन पत्रों के सेट वैध पाए गए। नामांकन पत्रों के ये सेट सभी राज्यों के डेलीगेटों की ओर से सोमवार को दाखिल किए गए थे। रामचंद्रन ने कहा कि हमने सभी नामांकन पत्रों की जांच की और पाया कि सभी 89 नामांकन पत्र वैध हैं। अब केवल एक वैध मनोनीत उम्मीदवार राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में हैं। नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख 11 दिसंबर है। पार्टी संविधान के अनुसार उसी के बाद नए अध्यक्ष के निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
सनद रहे कि राहुल की मां और बीते 19 साल से कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रही सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में चुनौती झेलनी पड़ी थी।
यूपी से ताल्लुक रखने वाले जितिन प्रसाद ने उनके मुकाबले में नामांकन पत्र भरा और चुनाव लड़े। हालांकि, सोनिया गांधी ने उन्हें आसानी से हरा दिया था। वर्ष 1998 के बाद अब 2017 में हुए चुनाव में राहुल का मुकाबला करने की हिम्मत किसी ने नहीं उठाई। इससे राहुल गांधी के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो गया है। वे ऐसे समय में पार्टी की कमान संभालने जा रहे हैं, जब कांग्रेस बेहद मुश्किल दिनों से गुजर रही है और उसे वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भाजपा से मुकाबला करना है।