राहुल गांधी ने गाना बना कर शिवराज सिंह चौहान पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पांच साधु-संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य सरकार के इस कदम पर बॉलीवुड फिल्म के एक गाने की पैरोडी बनाकर चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘बाबा कहते थे बड़ा काम करूंगा, नर्मदा घोटाला नाकाम करूंगा, मगर यह तो मामा ही जाने, अब इनकी मंजिल है कहां! मध्य प्रदेश कयामत से कयामत तक।’ शिवराज सरकार ने स्वामी नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा, उदय सिंह देशमुख उर्फ भैय्यू महाराज, पंडित योगेंद्र महंत, हरिहरनंद महाराज और नर्मदानंद महाराज को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है। राज्य सरकार के इस कदम की विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने कड़ी आलोचना की है। पार्टी का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने चुनावों को देखते हुए यह कदम यह उठाया है। राहुल गांधी ने राज्य सरकार के इसी कदम पर तंज कसा है। बता दें कि कंप्यूटर बाबा ने तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करने की बात भी स्वीकार की थी। मंत्री का दर्जा पाने वाले साधु-संतों ने नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए अभियान चलाने और पौधारोपण करने की बात कही है। बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा निकाली थी।
बाबा कहते थे बड़ा काम करूँगा
नर्मदा घोटाला नाकाम करूँगा
मगर यह तो, मामा ही जाने
अब इनकी मंज़िल है कहाँ!मध्य प्रदेश, क़यामत से क़यामत तकhttps://t.co/6GBkGkU8N8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 5, 2018
शिवराज सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे साधु-संत: कंप्यूटर बाबा की अगुआई में कई साधु-संतों ने शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था। इसे ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ का नाम दिया गया था। यह यात्रा एक अप्रैल से निकाली गई थी और 15 मई को समाप्त होने वाली थी। लेकिन, इस बीच में मध्य प्रदेश सरकार ने संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देते हुए एक समिति के गठन का ऐलान कर दिया। मंत्री का दर्जा मिलते ही शिवराज सरकार पर घोटाले का आरोप लगाने वाले कंप्यूटर बाबा का रवैया अचानक से बदल गया। उन्होंने इसके बाद कहा था कि भाजपा सरकार के समय में घोटाला होने का तो सवाल ही नहीं उठता है। वहीं, रथ यात्रा के संयोजक पंडित योगेंद्र महंत को भी सरकार ने मंत्री का दर्जा दे दिया है। इन्होंने राज्य सरकार पर नदी संरक्षण अभियान के लिए आवंटित फंड में घोटाला करने का आरोप लगाया था। योगेंद्र महंत ने यहां तक कहा था कि पौधारोपण के लिए दिए गए धन का दूसरे मद में इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा उदय सिंह देशमुख उर्फ भैय्यू महाराज संत बनने से पहले मॉडल थे। वह एक साध्वी से अफेयर को लेकर बदनाम रहे थे।