राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को बताया ‘बिग बॉस’, कहा- उन्हें भारतीयों की जासूसी करना अच्छा लगता है
डाटा चोरी के आरोपों से घिरे बीजेपी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक और हमला बोला है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिग बॉस बताया है और कहा है कि उन्हें लोगों की जासूसी करना पसंद है। बिग बॉस भारत का एक पॉपुलर रियलिटी शो है। इस शो के प्रतिभागी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहते हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि मोदी का नमो एप गुपचुप तरीके से आपके ऑडियो, वीडियो को रिकॉर्ड करता है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मोदी का नमो एप सीक्रेट तरीके से ऑडिया, वीडियो, आपके दोस्तों और परिवार का कॉन्टैक्ट रिकॉर्ड करता है, यहां तक कि यह जीपीएस के द्वारा आपके लोकेशन को भी ट्रैक करता है, वह बिग बॉस जिसे भारतीयों की जासूसी करना पसंद है, अब वह हमारे बच्चों पर डेटा चाहते हैं, एनसीसी के 13 लाख कैडेट्स को एप को डाउनलोड करने के लिए मजबूर किया गया है।”
Modi’s NaMo App secretly records audio, video, contacts of your friends & family and even tracks your location via GPS.
He’s the Big Boss who likes to spy on Indians.
Now he wants data on our children. 13 lakh NCC cadets are being forced to download the APP.#DeleteNaMoApp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 26, 2018
बता दें कि 23 मार्च को इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि एनसीसी के लगभग 13 लाख कैडेट्स की व्यक्तिगत डाटा को इकट्ठा किया गया था ताकि प्रधानमंत्री उनके साथ संवाद स्थापित कर सके। 23 फरवरी को एनसीसी के महासचिव ने राज्य निदेशालयों को भेजे गये एक पत्र में कहा था कैडेट्स के एप में नरेंद्र मोदी एप डाउनलोड करने के बाद डाटा कलेक्शन से पीएम द्वारा संवाद में सुविधा होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने रविवार (25 मार्च) को भी पीएम मोदी पर डाटा चोरी के लिए हमला बोला था। राहुल गांधी ने तंज कसते हुए एक ट्वीट किया था, “हाइ! मेरा नाम नरेंद्र मोदी है। मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं। जब आप मेरे आधिकारिक एप के लिए साइन अप करते हैं, तो मैं आपके सभी डाटा को अमेरिकी कंपनियों के अपने दोस्तों को देता हूं।” राहुल गांधी एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र कर रहे थे, जिसमें एक फ्रांसीसी निगरानी हैकर ने अपने श्रृंखलाबद्ध ट्वीटों में आरोप लगाया कि मोदी मोबाइल एप के उपभोक्ताओं की ईमेल आईडी, तस्वीरें, लिंग और नाम सहित निजी डाटा उनकी सहमति के बिना एक तीसरे पक्ष के डोमेन पर भेजी जा रही हैं।