राहुल गांधी ने राजीव शुक्ला को दिया ऐसा काम कि अमित शाह और पीयूष गोयल से मांगनी पड़ी मदद
गुजरात में राज्य सभा की दूसरी सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के लिए करीब 11 घंटों तक ड्रामा चलता है। दअसल कांग्रेस आलाकमान की तरफ से बीते रविवार (11 मार्च, 2018) को नारनभाई राठवा को सूचना दी गई वह पार्टी की तरफ से राज्य सभा सदस्य के उम्मीदवार होंगे। इसके बाद उत्साही राठवा ने अगले दिन यानी सोमवार (12 मार्च, 2018) को जांच के लिए अपने जरूरी कागजात दिखाए, लेकिन पता चला कि संसद से जारी ‘नो ड्यूज’ प्रमाण पत्र उनके पास नहीं था। जरूरी प्रमाण पत्र उनके गृहनगर छोटा उदयपुर था, जो गांधीनगर से चार से पांच घंटे की दूरी पर था। आलाकमान को शक हुआ कि क्या वह समय पर अपना नामांकन भर पाएंगे। इसपर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साधन-संपन्न राजीव शुक्ला को तुरंत गांधीनगर पहुंचकर राज्य सभा उम्मीदवारी के लिए अपना नामांकन भरने के लिए कहा। शुक्ला का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है।
रिपोर्ट के अनुसार राजीव शुक्ला तब संसद में थे। राहुल गांधी के संदेश के बाद उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मदद मांगी। तब पीयूष गोयल के साथ सेंट्रल हॉल में बैठ अमित शाह ने राजीव शुक्ला से कहा कि वह समय पर गांधीनगर पहुंचने के लिए उनके असिस्टेंट से मदद लें। काम ना बनने पर पार्टी लाइन से हटकर केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने फोन पर शुक्ला के लिए पूछताछ की ताकि वह दोपहर तीन बजे तक गांधीनगर पहुंच सके।
इस दौरान भाजपा अध्यक्ष ने उन्हें शुभकामनाएं भी दीं। मगर निजी विमान से भी शुक्ला का गांधीनगर समय पर पहुंच पाना मुश्किल था। क्योंकि दिल्ली एयरपोर्ट का रनवे शाम सात बजे तक बुक था। यहां से कुछ इंटरनेशनल विमानों को उड़ान भरनी थी। इस तरह से भाजपा नेताओं की मदद लेने के बाद भी राजीव शुक्ला समय पर गांधीनगर पहुंचने में असमर्थ थे।
इससे नारनभाई राठवा और राजीव शुक्ला दोनों के औपचारिक तौर पर राज्य सभा उम्मीदवारी की दौड़ से बाहर होने पर स्थानीय नेताओं की उम्मीदें बढ़ गईं। हालांकि किसी तरह राठवा ने अपना जरूरी प्रमाण पत्र समय पर पेश कर अपना नामांकन भरा। कहा गया कि उनका भतीजा गृहनगर से लाए जरूरी कागजों के साथ नीचे खड़ा था। हालांकि इन कागजों पर भाजपा का कहना है कि राठवा ने उम्मीदवारी के लिए फर्जी कागज पेश किए हैं।