राहुल द्रविड़ की नसीहत- बिना टैटू वाले खिलाड़ी भी मैच जीत सकते हैं, विराट अक्सर ज्यादा आक्रामक हो जाता है
इस समय भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज जीत कप्तान कोहली ने एक बार फिर अपनी काबिलियत को साबित किया है। लेकिन पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की राय इससे इतर है। उनका मानना है कि सब टीम के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। बीते रविवार (29 अक्टूबर) को बैंगलोर साहित्य महोत्सव में उन्होंने कहा, मैच वो भी जीत सकते हैं जो अपनी आस्तीन पर टैटू नहीं चिपकाते और मैदान पर माचो नहीं बनते। विराट कभी-कभी ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से पहले उनका बयान पढ़कर मुझे अाक्रामकता नजर आई। लेकिन वो विरोधी टीम के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। भारती क्रिकेट टीम की ‘दीवार’ के रूप में मशूहर द्रविड़ स्वीकारते हुए कहा, मैं कभी उनकी तरह आस्तीन पर टैटू नहीं बनवा सकता।
गौरतलब है कि कोहली रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में 83वां रन पूरा करते ही एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 9000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन गए। यही नहीं वह भारत की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक लगाने वाले दूसरे नंबर के बल्लेबाज भी बन गए हैं। कोहली की यह 202वें मैच की 194वीं पारी है और इस तरह से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 205 पारियों में 9000 रन पूरे किए थे। इससे पहले सबसे कम पारियों में इस मुकाम पर पहुंचने का भारतीय रिकार्ड सौरव गांगुली के नाम पर था जिन्होंने 228 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
सबसे कम पारियों में 8000 वनडे रन पूरे करने का रिकॉर्ड भी कोहली के नाम पर ही है। कोहली दुनिया के 19वें और भारत के छठे बल्लेबाज हैं जो वनडे में 9000 रन के आंकड़े तक पहुंचे। भारत की तरफ से उनसे पहले सचिन तेंदुलकर (18426), गांगुली (11221), राहुल द्रविड़ (10768), महेंद्र सिंह धोनी (9627) और मोहम्मद अजहरूद्दीन (9378) इस मुकाम पर पहुंचे थे। कोहली ने 113 रन की पारी खेली और इस तरह से वनडे में अपना 32वां शतक लगाया।