रेड कॉर्नर नोटिस के पहले ही अमेरिका से फरार मेहुल चौकसी

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपियों-नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ दर्ज तीन मामलों में जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सिंगापुर भेजी गई है। ईडी के अधिकारी वहां के अधिकारियों से मुलाकात कर आरोपियों के कारोबार के बारे में सबूत जमा करेंगे। इस बीच, इंटरपोल ने भारत सरकार को जानकारी भेजी है कि मेहुल चौकसी अमेरिका में नहीं है।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इंटरपोल से मिले जवाब के हवाले से बताया कि रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के पहले ही चौकसी फरार हो गया था। भारत ने इंटरपोल से इस घोटाले के फरार आरोपियों के बारे में जानकारी मांगी है। मेहुल चौकसी के बारे में इंटरपोल ने पिछले बुधवार को जवाब भेजा। अब भारत सरकार ने उसके संभावित ठिकानों के बारे में जानकारी के लिए दोबारा इंटरपोल को लिखा है।
मेहुल चौकसी, नीरव मोदी का मामा है। इन दोनों के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक के फर्जी साखपत्रों के जरिए 13,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले का आरोप है। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय ने कई एफआइआर दर्ज किए हैं। जांच एजंसियों की अपील पर दोनों को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है। दोनों की विदेशों में संपत्तियों को जब्त करने की भी कवायद की जा रही है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी समेत इस मामले में नीरव मोदी के भाई निशाल मोदी और उनकी कंपनियों के एक अधिकारी सुभाष परब के खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। विदेश मंत्रालय ने कई देशों को लिखित अपील भेजी है कि वे अपने देश में आरोपियों को पनाह नहीं दें। फ्रांस, इंग्लैंड और बेल्जियम से नीरव-मेहुल के बारे में जानकारी जुटाने में मदद की अपील की गई है।