रेप पर लेखिका ने दिया विवादित बयान, कम सजा की मांग भी की
ऑस्ट्रेलियन लेखिका जर्मेनी ग्रीयर ने एक विवादित बयान देकर फेमिनिस्ट वर्ल्ड में भूचाल खड़ा कर दिया है। लेखिका ने रेप पर एक ऐसा बयान दिया है, जिसे दुनिया के कई देशों में पसंद नहीं किया गया है। जर्मेनी ग्रीयर ने कहा कि ज्यादातर रेप के मामले एक ‘बैड सेक्स’ से जुड़ा वाकया होता है और इसमें ‘किसी तरह का जख्म’ नहीं होता है। वह गुरुवार को एक साहित्य समारोह में बोल रही थीं। यहां यह तथ्य मौजूं हैं कि ग्रीयर खुद 18 साल की उम्र में रेप की शिकार हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, “हमें कहा जाता है कि यह एक सेक्सुअली हिंसक अपराध है, क्वैंटीन टरैनटीनो जैसे एक्सपर्ट हमलोगों को बताते हैं कि जब आप रेप शब्द को देखते हैं तो आप हिंसा की बात कर रहे होते हैं, ये दुनिया का सबसे हिंसक अपराध है, डायरेक्टर टरैनटीनो बकवास कर रहे हैं, ज्यादातर रेप की घटनाओं में असंवेदनशीलता, लापरवाही और आलस्यपना होता है।”
कार्यक्रम में इस लेखिका ने अपने साथ हुई रेप की घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्हें पीटा गया, वह आधी बेहोश हो गईं थीं। उन्होंने कहा, “मैं मना करती थी, वह मुझे पीटता था, मैं नहीं बता सकती की कितनी बार, हो सकता है कि दर्जन बार से भी ज्यादा।” उन्होंने कहा कि उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नहीं करवाई, क्योंकि ये पुलिस के वक्त की बर्बादी होती और उन पर सवाल उठाया जाता। जब इस लेखिका से बलात्कारियों के लिए उचित दंड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 200 घंटे तक समाज सेवा करना ही काफी रहेगा। रेप के दोषियों को मामूली दंड की पैरवी करती हुई वो बोलीं, “मैंने सुझाव दिया है, एक टैटू गुदवा देना ठीक रहेगा, उसके सर पर आर लिखवा दीजिए, मैं ऐसा उसके गाल पर लिखा रहना पसंद करूंगी।”
जर्मेनी ग्रीयर ने तो यहां तक कहा कि रेप को हिंसक अपराध की बजाय बिना सहमति के संबंध, और घटिया सेक्स कहना ठीक होगा। ग्रीयर ने कहा कि जब बलात्कार की बात होती है तो हमारा सिस्टम काम नहीं कर रहा है, यहां एक आमूल-चूल बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा मैं पूरी बहस को ही बदल देना चाहती हूं। इस पर बहस कर हम कहीं नहीं पहुंच रहे हैं। ग्रीयर के इस बयान पर कई लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कई दर्शक गुस्से में उनका कार्यक्रम छोड़कर चले गये।