रोहिंग्या मुसलमानों को रोकने के लिए मिर्ची बम का इस्तेमाल कर रही है BSF
बांग्लादेश बॉर्डर पर रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसने से रोकने के लिए भारत शरणार्थियों के खिलाफ मिर्ची बम का इस्तेमाल कर रहा है। एनडीटीवी ने समाचार एजेंसी रायटर के हवाले से बताया कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में जहां की सीमा बांग्लादेश से लगी है वहां पर बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम भारत में घुसने के फिराक में है। लेकिन बॉर्डर की निगरानी कर रही बीएसएफ इन शरणार्थियों को भारत की सीमा पर घुसने से रोकने के लिए मिर्ची बम और स्टन ग्रेनेड यानी कि बेहोश कर देने वाले ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रही है। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने रायटर को दिल्ली में बताया कि हम रोहिंग्या मुसलमानों को कोई शारीरिक क्षति नहीं पहुंचाना चाहते हैं और ना हीं उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं, लेकिन रोहिंग्या मुस्लिम भारत की सीमा के अंदर नहीं आ सकते हैं।’ इस अधिकारी ने आगे बताया, ‘रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसने से रोकने के लिए हम मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन वहां पर हालात तनावपूर्ण हैं।’
बता दें कि बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार छोड़कर भाग रहे हैं। इनमें से कई भारत में अवैध तरीके से घुसना चाहते हैं। भारत सरकार ने कहा है कि देश में करीब 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान दिल्ली और जम्मू जैसे शहरों में अवैध रूप से रहे हैं। केन्द्र ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमान देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इन्हें वापस भेजा जाना चाहिए।बता दें कि केन्द्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि वह सुप्रीम कोर्ट के साथ कुछ खुफिया सूचनाओं को साझा करेगा जिससे ये साबित होगा कि रोहिंग्या मुसलमानों के संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों से है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्या मुसलमानों की पैरवी करने वाले लोगों का कहना है कि इन शरणार्थियों का किसी आपराधिक गतिविधि से लेना-देना नहीं है, आतंकी गतिविधियों की तो बात ही अलग है।
पश्चिम बंगाल में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पेट्रोलिंग कर रहे बीएसएफ के डीआईजी ने कहा कि उनके जवानों को रोहिंग्या मुसलमानों को पीछे धकेलने के लिए मिर्ची ग्रेनेड और स्टन ग्रेनेड इस्तेमाल करने को कहा गया है। मिर्ची ग्रेनेड में मिर्ची के तत्व डाले जाते हैं और इसे छोड़े जाने पर आंखों में तेज जलन होती है और भीड़ को पीछे हटना पड़ता है। बता दें कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में अल कायदा के एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। ऐसा माना जा रहा है कि ये शख्स भारत में रोहिंग्या मुसलमानों को अपने संगठन में नियुक्त करने आया था। इस शख्स का मकसद म्यांमार में सुरक्षा बलों के खिलाफ जंग छेड़ना था। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस की जांच में पता चला है कि अल कायदा म्यांमार के खिलाफ युद्ध में भारत और बांग्लादेश को अपना बेस बनाना चाहता है।