रोहित शर्मा को धोनी ने नहीं, बल्कि इस शख्स ने बनाया ओपनर, रहस्य से उठा पर्दा

Big Statement from Rohit Sharma Childhood Coach Dinesh Lad: रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने बचपन में ही रोहित शर्मा के अंदर छुपे प्रतिभा को पहचान लिया था.

 रोहित शर्मा को ओपनर बल्लेबाज बनाने का श्रेय हमेशा एमएस धोनी को दिया जाता है. लोगों का मानना है कि धोनी ही वह शख्स हैं जिन्होंने रोहित शर्मा से पहली बार ओपनिंग करवाई. हालांकि, यह बात बहुत ही कम लोगों को पता है कि रोहित को धोनी ने नहीं बल्कि उनके बचपन कोच ने ओपनर बनाया है. दिनेश लाड ने बचपन में ही रोहित के अंदर छुपी खूबी पहचान ली थी. सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह रोहित शर्मा के बारे में खास चर्चा करते हुए नजर आ रहे हैं. 

रोहित के बचपन के कोच को कहते हुए सुना जा सकता है, ”बोरीवली स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने एक टूर्नामेंट ऑर्गनाइज किया था. यहां अंडर 10, 12, 14 और 16 के खिलाड़ी हिस्सा ले सकते थे. उस दौरान हमारे स्कूल की टीम फाइनल में पहुंची थी. रोहित शर्मा सामने (विपक्षी टीम) की टीम में खेल रहे थे. उस दौरान वह बॉलिंग डालते थे. उसने जैसी बॉलिंग की. उसके एक्शन को देखकर मैं पूरी तरह से इंप्रेस हो गया.”

उन्होंने आगे बताया, मैच खत्म होने के बाद मैंने उसको बुलाया और पूछा बेटा नाम क्या है तुम्हारा? उसने कहा रोहित शर्मा. मैंने कहा तुम्हारे पैरेंट्स हैं तो उन्हें बुला लेना. मैं उनसे बात करूंगा. मैंने एक बॉलर के रूप में उसे अंडर 14 के अलावा अंडर 16 टीम में भी प्रमोट किया.”

रोहित शर्मा के सलामी बल्लेबाज बनने की कहानी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं स्कूल में इंटर कर रहा था. इस दौरान मैंने देखा कि एक बच्चा नॉक ले रहा है. मेरी तरफ उसका पीठ था. इसलिए मैं उसका चेहरा अच्छे से नहीं देख पाया. लेकिन मैंने देखा कि उस बच्चे का बैट बहुत प्रॉपर्ली आ रहा था. वह अच्छे स्टोक्स खेल रहा था. यह सब नॉकिंग में हो रहा था.”

लाड के मुताबिक वह यह देखकर हैरान हो गए थे. उन्होंने कहा, ”मैंने देखा और सोचा कौन लड़का है यार इतना अच्छा… ऐसा बैट्समैन तो मैंने देखा नहीं है. स्कूल के अंदर आकर देखा तो वह रोहित था जो बैटिंग कर रहा था. मैंने पूछा तू बैटिंग भी करता है. उसने कहा हां सर. मैंने कहा तूने बताया नहीं मुझे. उसने कहा अरे सर मैं आपको कैसे बोलूं. मैंने कहा एक काम कर जा नेट में बैटिंग कर ओपन. मैंने उसको पैड पहनाकर नेट में ओपन करवाया. उसने जिस तरह से नेट में बैटिंग की. मैं इतना इंप्रेस हो गया कि मैंने बॉलिंग के बजाय उसे बल्लेबाजी में ज्यादा प्रमोट करना शुरू कर दिया.”