लक्ष्मी जी की पूजा में नहीं रखनी चाहिए तुलसी, ये है वजह
हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग बड़ी ही श्रद्धा के साथ लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी मां के आशीर्वाद से धन की प्राप्ति होती है। धन की देवी कही जाने वाली लक्ष्मी मां की पूजा विशेष तौर पर शुक्रवार के दिन की जाती है। शुक्रवार को लक्ष्मी मां का दिन कहा जाता है। इस दिन उनके भक्त बड़ी ही श्रद्धा के साथ उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपके पास धन नहीं आता है, या फिर आया हुआ धन ठहरता नहीं है तो आपको लक्ष्मी मां की पूजा करनी चाहिए। लक्ष्मी मां की पूजा के लिए कुछ खास विधियां बनाई गई हैं, जिनके अनुसार ही उनकी आराधना करनी चाहिए। कहते हैं कि लक्ष्मी जी की पूजा करते समय तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वे नाराज हो सकती हैं। आइए, जानते हैं कि इसके पीछे क्या वजह है।
कहते हैं कि विष्णु जी का शालिग्राम स्वरूप में तुलसी से विवाह हुआ है। इस तरह से तुलसी जी लक्ष्मी जी की सौतन हुईं। ऐसे में, लक्ष्मी जी की पूजा में तुलसी के इस्तेमाल की मनाही है। ऐसा करने से लक्ष्मी मां भक्त से नाराज हो सकती हैं। वहीं, विष्णु जी को तुलसी बहुत ही पसंद है। आप विष्णु जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। देवी भागवत पुराण में ऐसा कहा गया है कि लक्ष्मी मां की पूजा करते समय गणेश जी की भी पूजा करनी चाहिए। पुराण में लक्ष्मी पूजा से पहले गणेश पूजा किए जाने की बात कही गई है।
इसके अलावा लक्ष्मी माता की पूजा करते समय कुछ अन्य बातों का भी विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि पूजा के समय दीपक और प्रसाद लक्ष्मी जी के दाहिने ओर और पुष्प ठीक सामने रखा जाना चाहिए। इसके अलावा अगरबत्ती, धूप और धुएं वाली सभी चीजों को बायीं ओर रखने के लिए कहा गया है। पूजा की शुरुआत स्नान करने के बाद सुबह में करनी चाहिए। ऐसा करने से ही लक्ष्मी माता की पूजा सही से सम्पन्न होती है।