लखनऊ में गांधी परिवार पर बरसीं स्मृति ईरानी, बताया भ्रष्टाचार का पर्यायवाची

नोटबंदी के एक वर्ष पूरे होने पर लखनऊ पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की सराहना की। उन्होंने इसका समर्थन करने के लिए जनता के प्रति आभार जताया, वहीं नोटबंदी को गांधी परिवार के लिए ट्रेजेडी करार दिया और कहा कि गांधी-नेहरू परिवार करप्शन का पर्यायवाची है। उनके लिए निश्चित ही नोटबंदी ट्रेजेडी है, क्योंकि एक के बाद एक चुनाव हार रहे हैं। भाजपा मुख्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “एक वर्ष पहले मोदी के नेतृत्व में हमने काले धन के खिलाफ नोटबंदी का ऐतिहासिक कदम उठाया था। काले धन के खिलाफ इस महायज्ञ में सहयोग के लिए हम भाजपा की ओर से राष्ट्र के सभी नागरिकों का आभार प्रकट करते हैं।”

स्मृति ने कहा, “मई, 2014 से पहले सर्वोच्च न्यायालय ने तत्कालीन कांग्रेस नीत सरकार को कालेधन के खिलाफ एक एसआईटी के गठन का आदेश दिया था, लेकिन उसे नहीं माना गया। मोदी सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट में हमने कालेधन के खिलाफ एसआईटी की स्थापना का निर्णय लिया।” उन्होंने कहा कि 28 साल पहले बने बेनामी संपत्ति एक्ट को केंद्र की भाजपा सरकार ने लागू किया। स्मृति ने कहा, “जनता पहले घोटालों पर बात करती थी, अब हमारी सफलता की तारीफ करती है। काला धन व भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी जी के नेतृत्व में नोटबंदी का फैसला ऐतिहासिक था। काला बाजारी और विश्व के आर्थिक इतिहास में यह कदम एक बहुचर्चित विषय बन चुका है।”

केंद्रीय मंत्री ने बताया, “गत एक वर्ष में संदिग्ध ट्रांजेक्शन की एक लाख 60 हजार करोड़ रुपए से एक लाख 70 हजार करोड़ की राशि की पड़ताल चल रही है। 17.77 लाख करोड़ रुपए की करेंसी सर्कुलेशन में थी, जो 3.90 लाख करोड़ रुपए तक घट गई है।” उन्होंने कहा, “इनकम टैक्स के सर्वे में अघोषित आय के मामलों में 41 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके अलावा सेल्फ एसेसमेंट टैक्स के मामलों में 32.45 फीसदी की वृद्धि हुई है।” मंत्री ने कहा कि इन जानकारियों के कारण 2.24 लाख शेल कंपनियां बंद हो चुकी हैं। स्मृति ने कहा, “भ्रष्टाचार के खिलाफ इस मुहिम में हमने जनता के माध्यम से सफलता प्राप्त की है। इन साढ़े तीन सालों में मोदी सरकार जनता की आशाओं पर खरी उतरी है। इसके लिए मैं जनता का आभार प्रकट करती हूं।”

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