लाखों छात्रों के भविष्य पर बोले तेजस्वी- नीतीश जी जवाब दीजिए, अफसरों की तरफ माइक मत कीजिए
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड में व्याप्त अव्यवस्था और धांधलियों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब मांगा है। उन्होंने राज्य के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर लगातार कई ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर हमला बोला है। राजद नेता ने लिखा है, “नीतीश जी कभी कदाचार पर नहीं बोलते? ख़राब रिज़ल्ट पर नहीं बोलते? बिहार बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार पर नहीं बोलते? इनके गृह ज़िला के कुख्यात शिक्षा माफ़िया पर कारवाई नहीं करते? इनके चंद अफ़सर ठीक और ईमानदार लेकिन बिहार के लाखों छात्र गलत और बेईमान। शिक्षा की गुणवत्ता पर नहीं बोलते।” अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है, “नीतीश जी जवाब आपको देना होगा। अफ़सरों के आगे माइक मत किजीए। जो काम नहीं करता उसे हटाइए। अब जिन छात्रों को आगे दाख़िला लेना है उनकी मार्कशीट की त्रुटियाँ ससमय कौन ठीक करेगा? उनका एक महत्वपूर्ण वर्ष बर्बाद क्यों किया जा रहा है? जल्दी से एक हेल्पलाइन और कैम्प लगवा इसे ठीक करवाना चाहिए।”
तेजस्वी ने हमलावर अंदाज में कहा कि नीतीश जी हर साल आपके शासनकाल में बिहार बोर्ड गुल खिला रहा है लेकिन आप हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं। कभी चहेते अफसर को तो कभी चहेते शिक्षा माफिया को संरक्षण देते हैं। उन्होंने लिखा है, “नीतीश जी, हर साल आपकी नाक के नीचे बिहार बोर्ड भाँति-भाँति के गुल खिला रहा है। आपने अपने गृह ज़िला के एक स्वजातीय मित्र को वर्षों तक बिहार बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का जो सत्यानाश करवाया उसके लिए आपको बिहार के कर्णधार छात्रों से माफ़ी माँगनी ही होगी।” उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है, “नीतीश जी ने उन्हें फ़ायदा पहुँचाने वाले अफ़सर ऐसी जगह बैठा रखे है जिन्होंने लाखों छात्रों के जीवन को बर्बाद कर दिया है।उन अफ़सरों के बच्चों की मार्कशीट में त्रुटियाँ क्यों नहीं है? नीतीश जी चुप क्यों है? लाखों छात्रों का जीवन बर्बाद कर आपको कौन सा मानसिक सुख प्राप्त हो रहा है?”
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने लिखा है, “छात्रों का भविष्य ख़राब हो रहा है और स्वयं घोषित ज्ञानी-ध्यानी सुशील मोदी चुप हैं। कहाँ गया आपका विगत वर्ष का ज्ञान, श्रीमान अफ़वाह मियाँ जी? छात्रों के रिज़ल्ट और बिहार बोर्ड के काले कारनामों पर नहीं तो कम से कम हमपर ही कुछ बोलकर जुगाली कर लेते। काहे चुप है ख़ुलासा मास्टर जी??” बोर्ड में बदइंतजामी और गड़बड़ियों को उजागर करते हुए तेजस्वी ने लिखा है, “बिहार बोर्ड के घोटालों और विशुद्ध काले कारनामों ने इंटरमीडिएट के लाखों छात्रों का जीवन बर्बाद कर दिया। जो विषय छात्र ने लिया ही नहीं उसकी जगह दूसरे विषय का परिणाम आया जैसे गणित की जगह बायोलॉजी का रिजल्ट आया और 50 अंक की परीक्षा में 68 नंबर और 30 की परीक्षा में 46 अंक आयें।” बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार बिहार बोर्ड की कमियां उजागर हो रही हैं। बड़े पैमाने पर इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी पिछले तीन साल से लगातार सामने आ रही है।
नीतीश जी जवाब आपको देना होगा।अफ़सरों के आगे माइक मत किजीए।जो काम नहीं करता उसे हटाइए।अब जिन छात्रों को आगे दाख़िला लेना है उनकी मार्कशीट की त्रुटियाँ ससमय कौन ठीक करेगा? उनका एक महत्वपूर्ण वर्ष बर्बाद क्यों किया जा रहा है? जल्दी से एक हेल्पलाइन और कैम्प लगवा इसे ठीक करवाना चाहिए।