लालू प्रसाद यादव के घर पहुंचे बाबा रामदेव, तेज प्रताप को रक्षासूत्र बांध दी शादी की शुभकामना
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप की शादी को लेकर गहमा-गहमी बढ़ गई है। तेज प्रताप की शादी में तकरीबन 50,000 हजार अतिथियों के शामिल होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शादी समारोह में शिरकत कर सकते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है। आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक भोला यादव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि राहुल और प्रियंका ने शादी समारोह में शामिल होने को लेकर हामी भर दी है। उन्होंने अन्य वीवीआईपी अतिथियों के आने की भी उम्मीद जताई है। इस बीच, योग गुरु से व्यवसायी बने रामदेव अचानक से पटना पहुंचकर सबको चौंका दिया। उन्होंने तेज प्रताप को रक्षासूत्र बांधकर उन्हें शादी की शुभकामनाएं भी दीं। तेज प्रताप ने रामदेव से मुलाकात की फोटो भी साझा की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘जीवन के अगले पड़ाव से पहले योग गुरु बाबा रामदेव जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। अपने व्यस्त दिनचर्या में से कुछ एक क्षण हमारे लिए निकाला। उनके इस अपनत्व के प्रति सपरिवार कृतज्ञ हूं।’
जीवन के अगले पड़ाव से पहले योग गुरु बाबा @yogrishiramdev जी का आशिर्वाद प्राप्त हुआ।
अपने व्यस्त दिनचर्या में से कुछेक क्षण हमारे लिए निकला, उनके इस अपनत्व के प्रति सपरिवार कृतज्ञ हूँ। pic.twitter.com/fGJNx6xFbE
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 11, 2018
थाईलैंड से मंगाए गए फूल: विवाह स्थल को सजाने के लिए थाईलैंड से फूल मंगवाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्टेज को सजाने में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा प्रवेश द्वार को मशहूर मिथिला पेंटिंग्स से डेकोरेट किया जाएगा। जयमाल कार्यक्रम के लिए वेटनरी कॉलेज के मैदान में विशाल स्टेज तैयार किया गया है, ताकि तेज प्रताप और ऐश्वर्या को शादी समारोह में शामिल होने वाले हजारों लोग देख सकें। समारोह स्थल पर 200 से ज्यादा फूड कॉर्नर होंगे। समारोह की तैयारियों की देखरेख कर रहे आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बताया कि मेहमानों को सिर्फ शाकाहारी भोजन ही परोसा जाएगा। उनके मुताबिक, लालू यादव भगवान शिव के उपासक हैं। उनका मानना है कि विवाह जैसे पवित्र कार्यक्रम में मांसाहार भोजन नहीं परोसना चाहिए। मेहमान बिहार के स्थानीय भोज्य पदार्थों का स्वाद ले सकेंगे। बताया जा रहा है कि शादी समारोह में लिट्टी-चोखा और मक्के की रोटी का लुत्फ उठाया जा सकेगा।