लालू प्रसाद यादव को जेल में मिला माली का काम, फूल पौधों की छंटाई कर रोज कमा सकेंगे 93 रुपए
शनिवार को चारा घोटाले के दूसरे मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को 3.5 साल की सजा सुनाई गई है। सीबीआई जज शिशुपाल सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लालू को सजा सुनाई और 5 लाख का जुर्माना भी ठोंका। लालू प्रसाद 23 दिसंबर से हजारीबाग के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं, लेकिन सजा का ऐलान नहीं होने के कारण जेल में उन्हें क्या काम करना है इसकी जानकारी नहीं थी। अब सजा का ऐलान होने के बाद लालू को जेल में माली का काम मिला है और वो इससे अब रोजाना 93 रुपये कमाएंगे। सोमवार को लालू यादव को हजारीबाग की ओपन जेल में शिफ्ट किया जाएगा। उन्हें अपनी सजा यहीं बितानी होगी। फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल अपने नेता की जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। शनिवार को सजा मिलने के बाद लालू को कोर्ट से जमानत नहीं मिली।
सजा के बाद लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि वे लोग, “हमलोग अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। जमानत के लिए उच्च न्यायालय में अपील करेंगे। हमें न्यायपालिका पर पूरा यकीन है।” उन्होंने कहा, “जिस तरह जेपी आंदोलन के दौरान लालू जेल गए, ठीक उसी तरह अब बिहार में एलपी (लालू प्रसाद) आंदोलन शुरू होगा। राजद का संघर्ष जारी रहेगा। हम डरनेवाले नहीं हैं।”
लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मकर संक्रांति के बाद बिहार के कोने-कोने में जाकर मोदी और नीतीश सरकार की पोल खोलेंगे। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने भी बिहार सरकार और केन्द्र की नीतीश सरकार पर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा कि गरीबों, पिछड़ों, मुसलमानों की आवाज उठाने वालों को यह सरकार दबाना चाहती है।तेजस्वी ने कहा कि उन्हें हाई कोर्ट से लालू यादव को जमानत मिलने का भरोसा है। तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल का लक्ष्य कभी भी सत्ता हासिल करना नहीं है।