लाल बहादुर शास्त्री जयंती: प्रधानमंत्री रहते हुए किश्तों पर खरीदी थी कार
देश की कई ऐसी हस्तियां हैं जिन्होंने एक छोटे से वर्ग से उठकर मेहनत करने के बाद देश का सबसे बड़ा पद हासिल किया था। ऐसे लोगों में दिवगंत पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का नाम भी शामिल है। आज यानि 2 अक्टूबर को शास्त्री जी का जन्मदिन है। 1966 में जन्में शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था। इतना ही नहीं 1965 में जब भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ था तो शास्त्री जी ने ही देश का बहुत ही अच्छे से नेतृत्व किया था। शास्त्री जब प्रधानमंत्री थे तब उनके पास न तो अपना घर था और न ही खुद की गाड़ी। अपने जीवन की पहली गाड़ी शास्त्री जी ने किश्तों में ली थी जबकि वे देश के प्रधानमंत्री थे।
सादा जीवन व्यतीत करने वाले शास्त्री जी ने जब कार खरीदी थी तब उनके बैंक में केवल 7 हजार रुपए थे जबकि उस समय एक फिएट कार की कीमत 12 हजार रुपए थी। बीबीसी के अनुसार इसकी जानकारी शास्त्री जी के बेटे अनिल शास्त्री ने दी। अनिल ने बताया कि पिता जी के पास गाड़ी खरीदने के लिए पूरे पैसे नहीं थे इसलिए फिर हमने मना कर दिया था। बच्चों की बात सुनने के बाद शास्त्री जी ने उसने कहा था कि चिंता मत करो हम बाकी के पैसे लोन पर ले लेंगे।
गाड़ी खरीदने के लिए शास्त्री जी ने पंजाब नेशनल बैंक से 5000 हजार रुपए लोन पर लिए। घर में गाड़ी तो आ गई लेकिन लोन चुकाने से पहले ही उनका निधन हो गया था। शास्त्री जी के देहांत के बाद इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी, जिन्होंने शास्त्री जी की पत्नी के सामने लोन माफ कराने की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने मना कर दिया और पेंशन से चार साल में वह लोन चुकाया। अनिल ने कहा कि आज भी वह कार लाल बहादुर शास्त्री मेमोरिएल में रखी हुई है।