लोग थक चुके थे… जर्मनी के चुनाव में कंज़र्वेटिव पार्टी की जीत पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

बर्लिन:

जर्मनी में हुए चुनाव में दक्षिणपंथी गठबंधन को जीत मिली है.  कंज़र्वेटिव सीडीयू पार्टी देश की संसद में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. सीडीयू को सबसे ज़्यादा 28.6 फ़ीसदी वोट मिले हैं. कंज़र्वेटिव पार्टी को मिली जीत पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुशी जताया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने चुनाव परिणामों का स्वागत करते हुए कहा कि जर्मनी की जनता ने ओलाफ स्कोल्ज़ के नेतृत्व वाली केंद्र-वाम सरकार की नीतियों को स्वीकार कर दिया है.

बताते चलें कि जर्मनी में चुनावों के बाद वोटों की गिनती समाप्त हो चुकी है. चुनाव के नतीजों में अल्टरनेटिव फ़ॉर जर्मन पार्टी (एएफ़डी) दूसरे और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी तीसरे नंबर पर रही है.  जर्मनी 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और नाटो का एक प्रमुख सदस्य है। यह अमेरिका के बाद यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है. यह चुनाव मूल रूप से तय समय से सात महीने पहले संपन्न हुआ.

बताते चलें कि यह चुनाव मूल रूप से निर्धारित समय से सात महीने पहले हुआ, जब नवंबर 2024 में शोल्ज़ के गठबंधन में दरार पड़ गई थी. तीन साल तक चली उनकी सरकार आंतरिक कलह और मतदाताओं के असंतोष से जूझती रही थी. अब फ्रेडरिक मर्ज़ के नेतृत्व में क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) ने सत्ता की बागडोर संभालने वाली है. 

मर्ज़ ने अपनी जीत को “जर्मनी के लिए नई शुरुआत” करार देते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता देश में स्थिरता और आर्थिक सुधार लाना होगा. हालांकि, गठबंधन वार्ताओं और बदलते राजनीतिक माहौल के बीच उनकी राह आसान नहीं होगी. 

जर्मनी में कैसे होते हैं चुनाव? 
जर्मनी की चुनावी प्रणाली प्रत्यक्ष और आनुपातिक प्रतिनिधित्व का मिश्रण है. मतदाता दो वोट डालते हैं – पहला मत स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि का चुनाव करता है, और दूसरा किसी राजनीतिक दल का समर्थन करता है, जो बुंडेस्टाग में सीटों के आनुपातिक वितरण को निर्धारित करता है. देश के चुनावी कानून के तहत बुंडेस्टाग में 630 सीटें हैं, जिनमें से 299 सीधे निर्वाचित होती हैं और शेष 331 पार्टी के वोटों के आधार पर आनुपातिक रूप से आवंटित की जाती हैं.