वसुंधरा सरकार की चौथी सालगिरह की तैयारियों से विधायकों की दूरी
राजस्थान में अपने शासन के चार साल पूरे करने वाली वसुंधरा सरकार बडे़ पैमाने पर जश्न मनाने की तैयारियों में जुट गई है। सरकार के साथ ही प्रदेश भाजपा संगठन भी शासन की चौथी सालगिरह को जोरशोर से मनाएगा। जश्न के लिए होने वाली तैयारी की बैठकों से विधायकों व सांसदों की दूरी ने सत्ता व संगठन की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में 13 दिसंबर को वसुंधरा सरकार चार साल पूरे कर अंतिम वर्ष में प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरकार व भाजपा संगठन जश्न के कार्यक्रमों का सियासी फायदा भी उठाना चाहता है। इसके लिए पार्टी ने जिला स्तर पर भी बडेÞ स्तर पर कार्यक्रमों की रणनीति बनाई है। प्रदेश भर में 13 से 18 दिसंबर तक जिलों में आयोजन होंगे। इन आयोजनों का समापन राजधानी जयपुर में बडेÞ समारोह के तौर पर होगा।
इस दौरान पार्टी राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को भी जयपुर बुला सकती है, जहां होने वाले आयोजन का जिम्मा शहर जिला भाजपा को दिया गया है। जयपुर में सरकार के जश्न के आयोजन के लिए शहर जिला भाजपा की यहां हुई बैठक में पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई। इस बैठक में जिले के सभी विधायकों को बुलाया गया था। बैठक में सिर्फ एक ही विधायक सुरेंद्र पारीक पहुंचे। जयपुर में भाजपा के आठ विधायक है जिनमें से तीन तो राजे सरकार में केबिनेट मंत्री हैं और एक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी हैं। सांसद रामचरण बोहरा बैठक में पहुंचे जरूर, पर चंद मिनटों में ही लौट गए। जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष संजय जैन ने बताया कि सरकार की चौथी वर्षगांठ को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह है। शहर के हर वार्ड से तीन सौ कार्यकर्ताओं को लाने का लक्ष्य पदाधिकारियों और पार्षदों को दिया गया है। जयपुर शहर में 80 वार्ड हैं और ज्यादातर में भाजपा का ही कब्जा है।