वाराणसी-बलिया के बीच बिजली से चलने वाली ट्रेने मार्च से: सिन्हा

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने भरोसा जताया कि अगले मार्च माह से वाराणसी और बलिया के मध्य विद्युत चलित ट्रेने चलनी शुरू हो जाएगी। इससे यात्रा में लगने वाले समय में कमी आएगी। गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में एक सामाजिक कार्य में शामिल होने आए रेल राज्यमंत्री ने संक्षिप्त बातचीत में कहा कि वाराणसी से छपरा के मध्य विद्युतीकरण का काम पूणर्ता की ओर अग्रसर है। इसके अलावा वाराणसी से बलिया तक रेलवे ट्रेक का दोहरीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है उम्मीद है कि मार्च तक इस रूट पर विद्युत इंजन वाली ट्रेन चलने लगेगी।

रेल विकास निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक एसके श्रीवास्तव और वरिष्ठ अधिकारी एके सक्सेना ने निर्माण कार्य का सूक्ष्म निरीक्षण किया। उनके अनुसार इलाहाबाद से छपरा तक रेलवे लाइन विद्युतीकरण का कार्य अगस्त 2015 में आरंभ किया गया। इस परियोजना पर खर्च का अनुमान 415 करोड़ आंका गया था। अब बाकी वाराणसी से बलिया तक का काम पूरा कर लिया गया है। शीघ्र उसमें विद्युत प्रवाहित करना है। उन्होंने बताया कि छपरा की ओर से बलिया तक के विद्युतीकरण का कार्य विद्युत की गति से पूरा किया जा रहा है।

इस रूट पर बिजली से ट्रेन चलने के बाद यात्रा समय में कमी आएगी। यात्राएं भी पहले से आरामदायक होंगी। इस रूट की क्रॉसिंग में देरी न हो इसके लिए वाराणसी बलिया तक की सिग्नलिंग को मार्डन रूप दिया जा रहा है। इसके तहत गाजीपुर सिटी, सैदपुर, तराव, नंदगंज, आकुशपुर, शाहबाजकुली और बलिया आदि स्टेशनों के सिग्नलों की अपडेटिंग हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि गाजीपुर घाट स्टेशन पर वातानुकूलित सब्जी भंडारण गोदाम का निर्माण पूर्ण हो गया है। गाजीपुर नगर में रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों के आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र का कार्य अंतिम चरण में पूणर्ता की ओर है। गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन के पश्चिम गोंडा गांव के सामने वाशिंग पीट का कार्य प्रगति पर है। इन सभी कामों के पूरा होते ही गाजीपुर से कई ट्रेनों का संचालन आसान हो जाएगा।
यहां से ट्रेनें बनकर भी चलने लगेगी। यहां यात्री डिब्बे में साफ-सफाई पेयजल आदि का कार्य होने लगेगा।

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