विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ कपिल ने खोला मोर्चा, बोले- सत्येंद्र जैन की जगह अमित शाह के बेटे पर होती है चर्चा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के कारोबार में एक साल के भीतर आए उछाल के मुद्दे को दिल्ली विधानसभा में उठाए जाने को लेकर आम आदमी पार्टी के बागी विधायक व पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल के खिलाफ मोर्चा खोला है। उनका कहना है कि सदन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले पर तो चर्चा नहीं होती लेकिन अमित शाह के बेटे के मुद्दे पर चर्चा होती है। भाजपा विधायकों जगदीश प्रधान और मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन की कार्यवाही को लेकर अपना विरोध जताया है। कपिल मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष गोयल को लिखे एक पत्र में कहा है कि सत्ता पक्ष सदन के वेल में आया हुआ था, पोस्टर्स खोले हुए थे लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने लिखा है कि इसी सदन में कुछ दिन पहले उन्होंने सत्येंद्र जैन और केजरीवाल के भ्रष्टाचार पर सदन में एक बैनर खोला था और विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें मात्र 30 सेकेंड में मार्शल बुलवाकर बाहर निकलवा दिया। उन्होंने कहा सत्येंद्र जैन और उनकी पत्नी के भ्रष्टाचार पर चर्चा नहीं होने दी गई, केजरीवाल के हवाला कांड पर चर्चा नहीं होने दी लेकिन अमित शाह के बेटे को लेकर सदन में पोस्टर्स खोले गए तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया है कि विधानसभा को दिल्ली के लोगों के हित में चलाया जाए। न कि राजनीतिक हितों के लिए सदन के समय का दुरुपयोग किया जाए।दूसरी ओर भाजपा विधायकों जगदीश प्रधान, ओपी शर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनसे विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से कहा है कि सदन चलाने में पक्षपात नहीं होना चाहिए। सत्ता पक्ष की तरह ही विपक्ष को भी अपनी बात कहने का मौका दिया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। विपक्ष को अपनी बात रखने का अवसर नहीं दिया जा रहा।