‘विधायक का बेटा हूं, तुम मेरे जूते के बराबर नहीं’, कांग्रेस एमएलए के बेटे पर चार्जशीट में अहम खुलासे

कर्नाटक के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायक एनए हरीस का बेटा मोहम्मद नालापद हरीस अब मुसीबत में है। विधायक के बेटे के ऊपर दो महीने पहले एल. विद्वत नाम के लड़के के साथ बेंगलुरु के कैफे में मारपीट के आरोप लगे थे। इस मामले की जांच बेंगलुरु पुलिस की केन्द्रीय क्राइम ब्रांच कर रही थी। अब पुलिस की चार्जशीट में नालापद पर आरोप लगाए गए हैं कि उसने न सिर्फ एल. विद्वत के साथ मारपीट की बल्कि उसने अपने साथियों को भी उसकी हत्या के लिए उकसाया।

चाटकर साफ करो मेरे जूते : पुलिस की चार्जशीट में ये कहा गया है कि बीते 19 मार्च 2018 को बेंगलुरु के यूबी सिटी स्थित फर्जी कैफे में दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। झगड़े का कारण सिर्फ इतना था कि नालापद की टांग कैफे में बैठे हुए विद्वत से टकरा गई। विद्वत की टांग पर प्लास्टर चढ़ा हुआ था। आरोप है कि इसके बाद नालापद ने विद्वत को न सिर्फ कैफे में ही गालियां दीं बल्कि उसे अपने पैर चाटकर साफ करने के लिए भी कहा। रिपोर्ट के मुताबिक विद्वत से नालापद ने कहा,”मैं विधायक एनए हरीस का बेटा हूं। तुम मेरे जूतों के बराबर भी नहीं हो। तुम मुझसे माफी मांगो और मेरे जूते चाटकर साफ करो।”

अधमरा होने तक की पिटाई : चार्जशीट के मुताबिक, जब विद्वत ने ऐसा करने से इंकार कर दिया, तो नालापद और उसके साथियों ने उस पर कांच की बोतलों, बर्फ की बाल्टी और अन्य सामानों से हमला बोल दिया। नालापद और उसके दोस्त विद्वत को अधमरा होने तक पीटते रहे। नालापद पर आरोप है कि उसने ये भी कहा कि वह पीड़ित विद्वत को मार डालेगा। उसने कहा,”अगर तुम मुझसे माफी नहीं मांगोगे, तो मैं तुम्हें यहीं मार डालूंगा।”

तीन महीने बाद भी फरार हैं आरोपी : इस चार्जशीट में शिकायतकर्ता प्रवीण वेंकटाचलैया के अलावा 23 गवाहों के बयान दर्ज करवाए गए हैं। जबकि नालापद के अलावा सात अन्य आरोपी भी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस घटना के तीन महीने बाद भी बाकी आरोपियों कृष्णा और जवर के खिलाफ वारंट लेकर उन्हें तलाश रही है। इस कांड ने बेंगलुरु में खासी सुर्खियां बटोरी हैं। लेकिन इस विवाद का असर आरोपी के विधायक पिता एनए हरीस की लो​कप्रियता पर नहीं पड़ा है।

विवाद के बाद भी जीते विधायक : हरीस ने बेंगलुरु की शांतिनगर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ा था। हरीस (60,009) ने बड़ी ही आसानी से निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के के. वासुदेवमूर्ति (41,804), जद सेक्युलर के एनआर श्रीधर रेड्डी (13,569) और आम आदमी पाटी की रेणुका विश्वनाथन (2,658) को हरा दिया। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान हरीस इस पूरे मामले से दूरी बनाए रहे। उन्होंने कहा कि केस अदालत में है। उनका और उनकी पार्टी का इस केस से कोई लेनादेना नहीं है।

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