विपक्ष तय नहीं कर सकता… ऑपरेशन सिंदूर और संसद में चल रहे हंगामे पर रिजिजू का बयान

ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) और संसद के मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) के दौरान चल रहे हंगामे को लेकर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चर्चा के दौरान विपक्ष से कौन बोलेगा यह सरकार तय नहीं कर सकती है और सरकार से कौन बोलेगा, यह विपक्ष तय नहीं करेगा. उन्‍होंने कहा कि सारे मुद्दे हमने सुने और उस पर विचार करेंगे लेकिन एक साथ सब पर चर्चा नहीं हो सकती है. पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चचा होगी और अगले विषय के बारे में बाद में तय किया जाएगा. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कब बोलना है, यह विपक्ष तय नहीं कर सकता है. बीएससी तय नहीं कर सकती है.

सरकार की ओर से चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं. साथ ही इस चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी हिस्सा लेंगे. इस चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है. विपक्ष ने मांग की थी कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए.

संसद में गतिरोध न करे विपक्ष: रिजिजू

किरेन रिजिजू ने कहा कि हम पहले दिन से तैयार थे. हमने बीएसी में भी कहा कि हम चर्चा को तैयार हैं. उन्‍होंने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष ने पहले दिन से हंगामा किया है, तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और सदन को चलने नहीं दिया. उन्‍होंने कहा कि पहले सप्ताह में केवल एक ही बिल पास कर पाए हैं.

इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मेरी विपक्ष से अपील है कि संसद में गतिरोध न करें. नियम के तहत कोई भी मुद्दा उठा सकते हैं. आज बीएसी में निर्णय हुआ है कि ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा सोमवार को होगी.

उन्‍होंने कहा कि सोमवार से संसद अच्छे से चले इस पर सब दलों में सहमति बनी है. अन्य मुद्दों पर हम खुले मन से नियम के तहत चर्चा को तैयार हैं.

न्‍यायपालिका में भ्रष्‍टाचार है तो…: रिजिजू 

किरेन रिजिजू ने कहा कि जस्टिस यशवंत वर्मा के मामले में हमने साफ कहा था कि अगर न्यायपालिका में भ्रष्टाचार है तो हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए और प्रस्ताव लाना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा. उन्‍होंने कहा कि इस मुद्दे को किस सदन में लाना है यह मुद्दा नहीं है. लोकसभा में आया और राज्यसभा की सहमति होगी.

साथ ही उन्‍होंने कहा कि इस मुद्दे पर मैंने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की थी, लेकिन मैं यहां पर विवरण साझा नहीं करना चाहता हूं.

अमित शाह से मिले देवेंद्र फडणवीस

उधर, संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुलाकात की. दोनों ने महाराष्‍ट्र के वर्तमान हालात पर चर्चा की. साथ ही बैठक में हनी ट्रैप, स्थानीय निकाय चुनाव और आगामी मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर भी चर्चा हुई. महाराष्ट्र विधानसभा सत्र में कई मंत्रियों पर घोटाले के आरोप हैं. साथ ही कथित हनी ट्रैप का मुद्दा भी छाया हुआ है. ऐसे में देवेंद्र फडणवीस के दिल्ली दौरे के बाद महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना जताई जा रही है.