शहीद सिपाही औरंगजेब के परिवार से मिले सेना प्रमुख, पिता को ढांढस बंधाया, भाई को दी हिम्मत
इधर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने औरंगजेब के घर जाकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की। बिपिन रावत औरंगजेब के पुंछ स्थिति घर पर सोमवार (18 जून) को पहुंचे। उन्होंने औरंगजेब के माता-पिता से बीतचीत की और उन्हें ढांढस बंधाया। सेना प्रमुख यहां करीब आधा घंटे तक रुके। इस दौरान सेना प्रमुख ने शहीद सिपाही औरंगजेब के भाई की भी हिम्मत बढ़ाई। इससे पहले शनिवार को पुंछ स्थित औरंगजेब के गांव सलानी में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई थी।
अगवा कर आतंकियों ने की थी हत्या: गुरुवार (14 जून) को औरंगजेब ईद मनाने के लिए अपने राजौरी स्थित गांव जा रहे थे। इसी दौरान पुलवामा के कालम्पोरा से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था। इस दिन शाम को सेना ने गुस्सु गांव में औरंगजेब का शव बरामद किया था। उनके सिर और गर्दन में आतंकियों ने गोली मार दी थी। देश के जवान की अपहरण के बाद हत्या से देश भर में लोगों के मन में आतंकियों के खिलाफ रोष है।
औरंगजेब भारतीय सेना की 23 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। औरंगजेब खूंखार आतंकी और हिजबुल कमांडर समीर टाइगर का एनकाउंटर करने वाली टीम का हिस्सा भी थे। आपको बता दें कि औरंगजेब के चाचा भी सेना में सेवा के दौरान शहीद हो चुके हैं। जबकि उनका भाई भी सेना में ही है। अपने बेटे की हत्या से दुखी औरंगजेब के पिता ने इस मामले में सरकार से बदला लेने की मांग भी की है।इधर हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने एक वीडियो जारी किया है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि आतंकियों ने औरंगजेब को मारने से पहले उन्हें काफी टॉर्चर भी किया था और यह वीडियो उसी का है।
बहरहाल आपको बता दें कि रमजान खत्म हो जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में सेना एक बार फिर एक्शन में आ गई है। बहादुर जवानों ने बांदीपुरा में हुई मुठभेड़ में 2 आतंकियों को मार गिराया है। बांदीपोरा के अलावा कश्मीर के बिजबेहरा इलाके में भी सेना का सर्च अभियान बड़े पैमाने पर चल रहा है। सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट फिर से शुरू कर दिया है।