शैलजा के पीछे ‘जुनूनी’ हो गया था मेजर हांडा, शादी करना चाहता था उससे- पुलिस
पश्चिमी दिल्ली में सेना के मेजर की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या में एकतरफा प्यार की दिलचस्प कहानी सामने आई है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विजय कुमार ने कहा कि मेजर निखिल हंडा मृतक महिला पर ‘जुनूनी’ और उससे शादी करना चाहता था। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि महिला और आरोपी के बीच प्रेम संबंध था। डीसीपी ने बताया कि दो बच्चों के पिता मेजर हांडा 2015 से महिला और उसके मेजर पति को जानता था जब वह दोनों नगालैंड के दीमापुर में तैनात थे। महिला के पति ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में मेजर हांडा को देखा जहां उनकी पत्नी फिजियोथेरेपी के लिए गई थीं और वहां से लापता हो गई थीं। मेजर ने पुलिस को बताया कि उन्हें मेजर हांडा पर संदेह है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मेजर को मेरठ से गिरफ्तार किया।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक निखिल हांडा शैलजा पर कुछ दिनों से गुस्सा था क्योंकि वह उसकी हरकतों का विरोध कर रही थी, शैलजा खुद को उससे दूर करना चाहती थी। शैलजा के परिवार ने भी कहा है कि हांडा उसका पीछा किया करता था। हालांकि पुलिस से पूछताछ में हांडा ने दूसरी ही कहानी बताई है। हांडा ने कहा कि शैलजा ही उस पर आसक्त थी और उसपर अपनी पत्नी को तलाक देने और उससे शादी करने का दबाव डाल रही थी। हांडा ने शैलजा के कल्त की बात कबूल कर ली है और कहा है कि उसने शैलजा से छुटकारा पाने के लिए इस अपराध को अंजाम दिया।
शैलजा ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भी हिस्सा ले चुकी थी। वह 2017-18 के मिसेज इंडिया अर्थ पेजेंट में शिरकत की थी। हांडा को वह 2015 से जानती थी। इस वक्त उसके पति मेजर अमित हांडा के साथ ही दीमापुर में पोस्टेड थे। रिपोर्ट के मुताबिक शैलजा के पति मेजर अमित संयुक्त राष्ट्र के मिशन में संयुक्त राष्ट्र जा रहे थे, इसके लिए दिल्ली में उनकी ट्रेनिंग थी। इसलिए विभाग ने उनका तबादला दिल्ली कर दिया था। इसके बाद शैलजा अपने 6 साल के बेटे को लेकर अमृतसर चली गयी थी। पुलिस ने बताया कि हांडा भी दीमापुर से 4 जून को दिल्ली आ गया था। उसने खुद को अपने माइग्रेन के इलाज के लिए दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती करवाया। इससे पहले वह शैलजा से मिलने अमृतसर गया। यहां पर तीन चार दिन ठहरा और शैलजा से मुलाकात की। दिल्ली लौटने के बाद आरोपी हांडा ने अपने बेटे को आर्मी अस्पताल में भर्ती करवाया। इसी अस्पताल में शैलजा अपने पैरों का इलाज करवा रही थी।
हत्या के घटनाक्रम के बारे में दिल्ली पुलिस ने बताया कि 23 जून को दोनों के बीच सुबह टेलिफोन पर बात हुई और दोनों ने आर्मी बेस हॉस्पिटल में मिलने का प्लान बनाया। लगभग 11.30 बजे सुबह दोनों मिले और एक होंडा सिटी कार से कहीं चले गये। इस वक्त कार हांडा ड्राइव कर रहा था। मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसी दौरान किसी बात पर दोनों के बीच जबर्दस्त बहस हो गई। उस समय उनकी कार दिल्ली कैंटोनमेंट एरिया में मौजूद थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, “हांडा हिंसक हो गया, उसने चाकू निकाली और शैलजा का गला काट दिया, जैसे ही उसने कार रोकी, शैलजा बाहर निकली और कार के बोनट पर जाकर गिर गई, जब शैलजा ने चलने की कोशिश की, हांडा ने कार से उसे धक्का मारा, वह सड़क पर गिर गई, उनकी बॉडी कुछ दूर तक खिंची चली गई, हांडा अपनी कार की स्पीड बढ़ाकर निकल गया।”