शोपियां एनकाउंटर: बड़े दिनों बाद किसी आतंकी ने किया सरेंडर, दूसरा मारा गया
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ कल शाम शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। हाल के महीनों में यह पहली घटना है जब किसी आतंकवादी ने मुठभेड़ के दौरान अपने हथियार डाले हैं। पुलिस ने यहां बताया कि आतंकवादी की पहचान आदिल के रूप में की गई है, वह इस साल मई में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुआ था। उसने चारों ओर से घेर लिए जाने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया। जम्मू कश्मीर के पुलिस अधिकारियों ने उसे भरोसा दिलाया कि उसे मारा नहीं जाएगा जिसके बाद वह एक मकान के मलबे से बाहर आया और पुलिस अधिकारियों के समक्ष अपनी एके-47 राइफल रख दी। उन्होंने बताया कि आदिल शोपियां के चिटीपोरा का रहने वाला है। उसे पूछताछ के लिए तुरंत वहां से दूर ले जाया गया। मुठभेड़ स्थल से एक और आतंकवादी का शव बरामद हुआ है जिसकी पहचान तारिक अहमद डार के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि डार कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने पहले कहा था कि जिन लोगों ने हथियार उठाए हैं, वह आत्मसमर्पण कर सकते हैं और सरकार उनके मामलों पर विचार करेगी। सुरक्षा बलों ने शोपियां में इमाम साहिब इलाके के बारबग में कल शाम घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था। उन्हें वहां आतंकवादियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसी बीच आतंकवादियों ने तलाशी दल पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिस वजह से मुठभेड़ शुरू हुई। सुरक्षा बलों ने मोहम्मद अलतार राठेर को घेर रखा है।
कश्मीर में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अनंतनाग जिले के दौरे से एक दिन पहले शनिवार को शहर में आतंकवादियों द्वारा किए गए एक हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। पुलिसकर्मी अनंतनाग बस अड्डे पर अपनी ड्यूटी पर तैनात था, जब उसपर आतंकवादियों ने हमला किया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “हमले में कॉन्सटेबल इम्तियाज अहमद की मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।” उन्होंने कहा कि घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ, जब राजनाथ राज्य के चार दिवसीय दौरे पर हैं। राजनाथ रविवार को अनंतनाग पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों को संबोधित करेंगे और जिले के खानाबाल इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को संबोधित करने वाले हैं।