संघ ने दिलाया याद- आरएसएस को नेहरू ने दिया था न्योता, कार्यक्रम में इंदिरा भी हो चुकी हैं शामिल
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर हो रहे विवाद पर अब आरएसएस ने भी पलटवार किया है। मंगलवार को आरएसएस ने कांग्रेस को याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने भी आरएसएस के कार्यकर्ताओं को 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का न्योता दिया था। गौरतलब है कि आरएसएस के 3000 कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहरलाल नेहरु के न्योते पर गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा भी लिया था। आरएसएस की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य और लेखक रतन शारदा ने बताया कि पंडित नेहरु 1962 की भारत-चाइना लड़ाई के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा बॉर्डर पर किए गए कामों से काफी प्रभावित थे। इसके बाद 1963 के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए पंडित नेहरु ने बाकायदा आरएसएस को न्योता दिया था। रतन शारदा ने यह भी बताया कि उस दौरान कई अन्य एनजीओ और सामाजिक संगठनों को भी गणतंत्र दिवस में शामिल होने के न्योते दिए गए थे, लेकिन चीन से हुए युद्ध में मिली हार के कारण काफी लोग पूर्व प्रधानमंत्री नेहरु से नाराज थे, जिस कारण कई संगठनों ने न्यौता मिलने के बावजूद गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा नहीं लिया था। वहीं आरएसएस ने सिर्फ 2 हफ्ते के नोटिस पर परेड में भाग लिया था।
जो लोग पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर नाराजगी जता रहे हैं, उनकी आलोचना करते हुए रतन शारदा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी साल 1977 में आरएसएस के निमंत्रण पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया था। इंदिरा गांधी को यह निमंत्रण आरएसएस के तत्कालीन वरिष्ठ नेता एकनाथ रानाडे ने दिया था। उल्लेखनीय है कि प्रणब मुखर्जी आगामी 7 जून को आरएसएस के नागपुर मुख्यालय में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित भी करेंगे। वहीं कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी के इस दौरे को लेकर अपनी नाराजगी जतायी है।
वहीं आरएसएस का कहना है कि प्रणब मुखर्जी पहले नेता नहीं हैं, जो आरएसएस मुख्यालय जा रहे हैं, उनसे पहले भी कई नेता ऐसा कर चुके हैं। आरएसएस का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी संगठन के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहीं संघ के मुखपत्र ‘ऑर्गेनाइजर’ ने अपने हालिया संस्करण में कहा है कि बड़ी हस्तियां जैसे सर्वोदय नेता प्रभाकर राव, लोकमान्य जयप्रकाश नारायण, जस्टिस केटी थॉमस और जाने माने वैज्ञानिक जैसे जी.माधवन नायर, के.राधाकृष्णन और के.कस्तूरीरंगन जैसे लोग भी संघ के कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं। आरएसएस ने प्रणब मुखर्जी की आरएसएस मुख्यालय दौरे पर खुशी जतायी है। भाजपा नेता विनय सहस्रबुद्धि का कहना है कि प्रणब मुखर्जी के दौरे से आरएसएस को लेकर बने पूर्वाग्रह भी खत्म होंगे। वहीं प्रणब मुखर्जी की तारीफ करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि इससे पता चलता है कि प्रणब मुखर्जी कितने खुले विचारों और लोकतांत्रिक स्वभाव के व्यक्ति हैं।