संचार में विश्वास बहाली से लेकर आधुनिक तकनीक का प्रयोग

दुनिया के विकसित देशों के साथ 5जी तकनीक लाने के लिए संचार विभाग पूरी तैयारी कर रहा है। संचार सचिव, सूचना तकनीक सचिव और विज्ञान व प्रौद्योगिकी सचिव की अगुवाई में उच्च स्तरीय समिति काम कर रही है। वहीं चेन्नई (मद्रास) भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आइआइटी) में 5जी का टेस्ट बेड तैयार किया जा रहा है। केंद्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने बताया कि 3जी और 4जी लाने में भारत पिछड़ गया था, इसलिए 5जी के लिए पूरी तैयारी पहले से की जा रही है। सरकार नई डिजिटल पॉलिसी लेकर आ रही है, जिसका मसौदा मंत्रालय के वेबसाईट पर उपलब्ध है। काफी लोगों ने उसमें सुझाव दिए हैं। इसका उद्देश्य देश के हर इलाके को बेहतर संपर्क प्रणाली से जोड़ा जाए। भारत नेट परियोजना के तहत ढ़ाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रांड बैंड सुविधा उपलब्ध कराना है। उसमें से एक लाख ग्राम पंचायतों को दिसंबर 2017 तक ब्रांड बैंड सुविधा उपलब्ध करा दी गई है बाकी को मार्च 2019 तक उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके साथ देश के छह लाख गांव इंटरनेट से जुड़ जाएंगें।

उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में संचार विभाग ने विश्वास बहाली के साथ-साथ हर सुविधा को दो गुना करने में सफलता पाई है। चार सालों में एक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने आंकड़े देकर अपने दावे को सही साबित करने की कोशिश की। उनके मुताबिक इंटरनेट कवरेज से लेकर टेलिकाम फुटप्रिंट दो गुना बढ़ा है वहां संचार विभाग में पूंजी निवेश छह गुना बढ़ा। जबकि दरों में भारी कटौती की गई है। केवल ब्राड बैंड कनेक्शन सात गुना बढ़ा है। उनके मुताबिक गांवों को भारत नेट परियोजना के तहत जोड़ने के काम में पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकि का इस्तेमाल किया गया है।

संचार मंत्री ने कहा कि डाक सेवा को आधुनिक और जन उपयोगी बनाने के लिए कई ठोस प्रयास किए गए हैं। डाक विभाग इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 650 शाखाएं शुरू करेगा जिसे देश भर के ढ़ाई लाख से ज्यादा डाकघरों से जोड़ा जाएगा। रिजर्व बैंक की अनुमति मिलते ही बैंक काम करना शुरू कर देंगें। इसके लिए कर्मचारी और मूलभूत ढ़ांचा तैयार कर लिया गया है। 13150 डाक घरों में आधार कार्ड बन रहे हैं। 214 डाक घर में पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू किया जाएगा। यह प्रयास है कि जिस लोक सभा क्षेत्र में पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं है वहां पोस्ट आफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू किया जाए। मनोज सिन्हा ने बताया कि ग्रामीण डाक सेवकों के भत्तों में 56 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। उन्हें हैंड डिवाइस और स्मार्ट फोन दिए गए हैं। डाक घरों के राजस्व में काफी बढ़ोतरी हुई है। उनका दावा है कि कूरियर सेवा में लगा तमाम कंपनियों के बावजूद डाक घरों की पार्सल सेवा में काफी बढ़ोतरी हुई है।

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